लव सिंह यादव/अब तक न्याय


रेजांग ला रज कलश यात्रा ने फतेहपुर में जगाई देशभक्ति की अलख, शहीदों को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

लव सिंह यादव/अब तक न्याय

देशभक्ति के ओज और अमर शहीदों के बलिदान की गाथा को समर्पित रेजांग ला रज कलश यात्रा शुक्रवार को फतेहपुर जनपद में पहुँची। जैसे ही यह ऐतिहासिक यात्रा सैनिक गेस्ट हाउस से शुरू हुई, पूरा माहौल “भारत माता की जय” और “अमर शहीद अमर रहें” के जयघोषों से गूंज उठा। अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा द्वारा आयोजित इस यात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ, जिसमें हजारों लोगों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। यात्रा का भव्य स्वागत, फौजियों का हुआ सम्मानयात्रा सैनिक गेस्ट हाउस से शुरू होकर लखनऊ बाईपास, पक्का तालाब, बाकरगंज, ज्वालागंज, थरियांव, खागा और खैरपुर कटोघन तक पहुँची। खागा में चौधरी राजेश यादव के आवास पर और खैरपुर कटोघन के स्वर्गीय श्री शिव नारायण सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया। स्थानीय लोगों ने फूल-मालाओं से यात्रा में शामिल फौजियों का अभिनंदन किया और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। यात्रा का नेतृत्व जनपद में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष व युवा विंग प्रभारी चौधरी राजेश यादव ने किया, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय महासचिव मनोज यादव ने कमान संभाली। इस अवसर पर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक यादव (एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट) और ऑल इंडिया प्रभारी (तेलंगाना) किरण सिंह यादव ने रेजांग ला युद्ध (1962) का गौरवशाली इतिहास साझा किया। मनोज यादव ने 120 भारतीय जवानों की वीरता और बलिदान की कहानी सुनाई, जिसने उपस्थित जनसमूह को भाव-विभोर कर दिया।सर्व समाज की भागीदारी, एकजुटता का प्रतीक यात्रा में यादव महासभा के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सर्व समाज के लोग और विभिन्न सामाजिक संगठन शामिल हुए।
प्रमुख उपस्थित लोगों में चौधरी राजेश यादव, केतकी यादव ,पूर्व सैनिक वीर सिंह यादव, सुरेंद्र सिंह, अंशु यादव, भूप सिंह, नरसिंह, उमेश, शहंशाह अब्दी, शीबू खान, त्रिभुवन सिंह, अश्वनी कुमार, अमित पाल, चेयरमैन राजकुमार मौर्य, विनय, ध्यान सिंह, राहुल, सेराज अहमद सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे। यह यात्रा सामाजिक एकता और राष्ट्रीय गौरव का प्रबल प्रतीक बनकर उभरी।
साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने भी दी श्रद्धांजलि यात्रा का स्वागत साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने भी पूरे उत्साह के साथ किया। संगठन के राष्ट्रीय महासचिव शीबू खान, प्रदेश अध्यक्ष शहंशाह आब्दी, जिलाध्यक्ष त्रिभुवन सिंह और जिला सचिव धीर सिंह यादव ने वीर सैनिकों का माल्यार्पण कर सम्मान किया और शहीदों की रज कलश को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने संयुक्त रूप से कहा, “रेजांग ला के शहीद केवल भारतीय सेना के गौरव नहीं, बल्कि पूरे देश के प्रेरणास्रोत हैं। उनके बलिदान ने न केवल भारत की सीमाओं को सुरक्षित किया, बल्कि हर भारतीय के आत्मसम्मान को अक्षुण्ण रखा।” उन्होंने 1962 के रेजांग ला युद्ध को भारतीय इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बताते हुए कहा कि 120 वीर जवानों ने 5,000 चीनी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया और 1,300 से अधिक दुश्मनों को मार गिराया। यह यात्रा नई पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति की भावना जगाने का संदेश देती है।रेजांग ला युद्ध और यात्रा का महत्वरेजांग ला युद्ध (18 नवंबर 1962) भारतीय सेना की अदम्य वीरता का प्रतीक है, जहाँ 13 कुमाऊँ रेजिमेंट के 120 सैनिकों, मुख्यतः अहीर/यादव समुदाय के, ने मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में चीनी सेना का सामना किया। इस युद्ध में उन्होंने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की आन-बान-शान को बरकरार रखा। यह यात्रा उसी पवित्र मिट्टी (रज) को कलश में लेकर देशभर में शहीदों की गाथा का प्रचार कर रही है। अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा द्वारा शुरू की गई यह यात्रा 13 अप्रैल 2025 को बिहार के छपरा से शुरू हुई थी और 18 नवंबर 2025 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर भव्य समारोह के साथ समाप्त होगी। 

इसका उद्देश्य शहीदों को श्रद्धांजलि, उनकी वीरता का प्रचार, और अहीर रेजिमेंट की स्थापना की मांग को बल देना है।जनपद में उत्साह, देशभक्ति की लहर फतेहपुर में इस यात्रा ने न केवल शहीदों के प्रति सम्मान को दर्शाया, बल्कि सामाजिक एकता और राष्ट्रप्रेम की भावना को भी प्रज्वलित किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह यात्रा नई पीढ़ी को अपने इतिहास और बलिदानियों के योगदान से जोड़ने का एक अनुपम प्रयास है।

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लव  सिंह

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