1. धनतेरस (पहला दिन)
महत्व:
इस दिन धनवंतरि देव का जन्म हुआ था, जो आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं।
लोग इस दिन सोना, चाँदी, बर्तन या नई वस्तु खरीदते हैं, जिसे शुभ माना जाता है।
“धन” शब्द केवल धन-संपत्ति नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक है।
धार्मिक भावना:
स्वास्थ्य ही सच्चा धन
1. धनतेरस (पहला दिन)
महत्व:
इस दिन धनवंतरि देव का जन्म हुआ था, जो आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं।
लोग इस दिन सोना, चाँदी, बर्तन या नई वस्तु खरीदते हैं, जिसे शुभ माना जाता है।
“धन” शब्द केवल धन-संपत्ति नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक है।
धार्मिक भावना: स्वास्थ्य ही सच्चा धन है — यही धनतेरस का संदेश है।
2. नरक चतुर्दशी या छोटी दीपावली (दूसरा दिन)
महत्व:
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध किया था और 16,000 कन्याओं को बंधन से मुक्त कराया था।
इसे बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक माना जाता है।
लोग इस दिन सुबह स्नान करके शरीर पर तेल लगाते हैं और दीप जलाते हैं, जिससे नकारात्मकता दूर होती है।
आध्यात्मिक अर्थ: अपने भीतर के “नरक” यानी बुरे विचारों, ईर्ष्या, घृणा को समाप्त कर आत्मा को शुद्ध करना।
3. दीपावली (तीसरा दिन – मुख्य पर्व)
महत्व:
इस दिन भगवान श्रीराम अयोध्या लौटे थे।
माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा होती है।
घर-घर में दीप जलाए जाते हैं, मिठाइयाँ बाँटी जाती हैं और आतिशबाज़ी होती है।
आध्यात्मिक अर्थ: दीपक जलाना अंधकार को मिटाकर प्रकाश का स्वागत करना है — यह ज्ञान और सदाचार का प्रतीक है।
4. गोवर्धन पूजा या अन्नकूट (चौथा दिन)
महत्व:
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर इंद्र के अहंकार को तोड़ा और ब्रजवासियों की रक्षा की थी।
इस अवसर पर लोग अन्नकूट बनाकर भगवान को भोग लगाते हैं।
आध्यात्मिक अर्थ: अहंकार त्यागने और प्रकृति व ईश्वर की कृपा का आभार व्यक्त करने का दिन है।
5. भाई दूज (पाँचवाँ दिन)
महत्व:
इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए थे और उसने उनका स्वागत किया था।
इसीलिए भाई अपनी बहनों के घर जाते हैं, और बहनें उनकी रक्षा के लिए तिलक लगाती हैं।
आध्यात्मिक अर्थ: यह दिन भाई-बहन के प्रेम, स्नेह और जिम्मेदारी का प्रतीक है।
संक्षेप में: दीपावली के पाँचों दिन हमें स्वास्थ्य, सत्य, विजय, कृतज्ञता और संबंधों की पवित्रता की याद दिलाते हैं।
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दीपावली का महत्व
दीपावली हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और पवित्र त्यौहार है। इसे प्रकाश का पर्व कहा जाता है। यह त्यौहार हर साल अमावस्या के दिन मनाया जाता है, जब पूरा अंधकार दीपों के उजाले से रोशन हो जाता है।
कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास और रावण वध के बाद अयोध्या लौटे थे
दीपावली : प्रकाश, धर्म और संस्कृति का महापर्व
प्रस्तावना
भारत उत्सवों की भूमि है। यहाँ हर मौसम, हर माह, हर धर्म और हर जाति में किसी न किसी पर्व का उल्लास देखने को मिलता है। इन सबमें दीपावली या दीवाली सबसे अधिक लोकप्रिय, व्यापक और गहन अर्थ वाला पर्व है। यह न केवल हिंदू धर्म का बल्कि समस्त
ChatGPT ने कहा:
दीपावली (Diwali) का महत्व
दीपावली, जिसे दीपोत्सव भी कहा जाता है, भारत का सबसे प्रमुख और पावन त्योहार है। यह अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान, बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। दीपावली केवल हिंदुओं का नहीं, बल्कि सभी भारतीयों के लिए खुशी, उत्साह और एक
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