अमर उजाला के पत्रकार रजनीश रस्तोगी के घर पर बीती रात करीब 12 बजे नानपारा पुलिस ने बिना किसी एफआईआर के दबिश दी


रिपोर्ट श्याम करन चौहान/अब तक न्याय नानपारा बहराइच

नानपारा, बहराइच। नानपारा कोतवाली क्षेत्र में जमीनी विवाद के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। अमर उजाला के पत्रकार रजनीश रस्तोगी के घर पर बीती रात करीब 12 बजे नानपारा पुलिस ने बिना किसी एफआईआर के दबिश दी। बताया जा रहा है कि जिस जमीन को पत्रकार ने खरीदा है, उस पर एक आरएसएस नेता द्वारा कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। पत्रकार परिवार का आरोप है कि रात में प्रभारी निरीक्षक राजनाथ सिंह भारी पुलिस बल के साथ घर पहुंचे और महिलाओं व बच्चों को धमकी दी। इतना ही नहीं, घर पर काम कर रहे नौकर को पुलिस पकड़कर थाने ले गई। पत्रकारों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट और डीजीपी के साफ आदेश हैं कि रात में किसी भी नागरिक के घर पर बिना जरूरी वजह के पुलिस की रेड नहीं की जा सकती, बावजूद इसके नानपारा पुलिस ने इन आदेशों को दरकिनार कर कार्रवाई की। इस घटना से पत्रकार जगत में आक्रोश है। सवाल उठ रहे हैं कि जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश ही नहीं माने जा रहे तो फिर पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सरकार और डीजीपी की गारंटी का क्या मतलब रह गया है? फिलहाल इस मामले में पत्रकारों ने उच्च अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है और मामले की जांच की मांग तेज हो गई है।

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