Javed Akhtar On Guru Dutt: बॉलीवुड लिरिसिस्ट, स्क्रीनराइटर और कवि जावेद अख्तर अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. जावेद के बयान कई बार लोगों को ऑफेंड कर देते हैं, लेकिन वो फिर भी अपनी राय बेबाक होकर रखते हैं. हाल ही में जावेद ने गुरु दत्त साहब की फिल्म ‘प्यासा’ के बारे में कई बातें बताईं. उन्होंने बताया कि कैसे गुरु दत्त की कल्ट क्लासिक फिल्म प्यासा रिलीज के वक्त हिट नहीं थी, लेकिन आज वो हर कोई उसकी बात करता है.
अपने बयान में जावेद अख्तर ने कहा- जब प्यासा का प्रिमियर हुआ था, तो लोग काफी निराश हुए थे. लोगों ने गुरु दत्त की मेहनत की सराहना जरूर की थी. कहा था-गुड एफर्ट. जावेद ने कहा कि गुरु दत्त ऑडिटोरियम के अंदर नहीं गए और बाहर सीढ़ियों पर बैठकर अपने दोस्त से बोले- यार मुझे फिर आर-पार बनानी पड़ेगी.
इस शख्स की राय ने प्यासा को बना दिया हिट
जावेद ने आगे बताया कि फिल्म की रिलीज के बाद उनके पास एक ऐसा फिल्ममेकर आया, जिसकी कोई भी फिल्म सफल नहीं हुई थी. इस फिल्ममेकर का नाम था गजानन जागिरदार. इस फिल्ममेकर की एक राय ने फिल्म की कहानी बदलकर रख दी. गजानन ने गुरु दत्त से कहा कि आपने अपनी फिल्म में एक बहुत बड़ा गलती की है. आपने फिल्म का इंटरवेल गलत जगह रखा है. इसको बदल लीजिए. इससे फिल्म में बड़ा बदलाव आ जाएगा. गुरु दत्त ने गजानन की बात मानी और फिल्म को नया इंटरवल मिल गया. गुरु दत्त की फिल्म ‘जाल’ के बारे में बात करते हुए जावेद ने कहा कि- आज के दौर में जाल जैसी कोई फिल्म अगर कोई बनाता है तो मुझे बहुत हैरानी हो. इस फिल्म की कहानी क्या कमाल की थी. एक हीरो जो खूनी है. वो लड़कियों का इस्तेमाल करता है. पहले वो पूर्णिमा का इस्तेमाल करता है और फिर गीता बाली के किरदार का. ये कमाल की फिल्म थी.
प्यासा की असली स्क्रिप्ट में जॉनी वॉकर नहीं थे. जॉनी वॉकर के बेटे नासिर खान ने बताया, ‘प्यासा की मूल स्क्रिप्ट में जॉनी वॉकर नहीं थे. जब लेखक अबरार अल्वी ने गुरु दत्त को कहानी सुनाई, तो उन्होंने अबरार अल्वी से पूछा कि जॉनी वॉकर का रोल कहां है? अबरार अल्वी ने गुरु दत्त को बताया कि उनके लिए कोई रोल नहीं है. यह एक गंभीर फिल्म है और इसमें कॉमेडी की कोई गुंजाइश नहीं है. दत्त और वॉकर ने साथ में ‘आर पार’ और ‘मिस्टर एंड मिसेज 55’ बनाई थी, इसलिए गुरुदत्त ने अबरार अल्वी से कहा, “अगर जॉनी नहीं होगा तो मैं फिल्म नहीं बनाऊंगा.” अबरार अल्वी ने जवाब दिया, ‘तुम्हारी दोस्ती के लिए मैं अपनी कहानी खराब नहीं करूंगा.’ गुरुदत्त ने कहा, ”मैं फिल्म का निर्देशक हूं और मैं जॉनी को फिल्म में चाहता हूं.”
फिल्म में ऐसे हुई थी जॉनी वॉकर की एंट्री
जावेद आगे बताते हैं- नासिर ने बताया, “कलकत्ता में एक बार झगड़ा हुआ. काफी बहस हुई. इसलिए वो होटल से बाहर निकले और चाय पीने और खुद को शांत करने का फैसला किया. उन्होंने तय किया कि वो जॉनी वॉकर पर बात नहीं करेंगे. वो विक्टोरिया गार्डन गए और वहां गुरु दत्त ने एक शख्स को ‘तेल मालिश चंपी’ बोलते हुए सुना. वो तीनों वापस मुड़े और फिर गुरु दत्त ने कहा कि एक तेल मालिश वाला किरदार जोड़ो जो आके लोगों के दिमाग को हल्का करेगा. ऐसे फिल्म में जॉनी वॉकर का किरदार डाला गया.
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