भुक्तभोगी दंग, पुलिस में दर्ज कराई शिकायत,


 जौनपुर। जिले में साइबर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब सरकारी कर्मचारियों को भी निशाना बनाया जा रहा है। ताजा मामला शहर के सिविल लाइन स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा का है, जहां एक शिक्षक के वेतन खाते से बीती रात साइबर ठगों ने दो बार में कुल ₹1,01,989 की रकम उड़ा ली।
              लाइन बाजार थाना क्षेत्र के जनक कुमारी इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत शिक्षक विपनेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उनका वेतन खाता भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में है। बीती रात लगभग 10:34 बजे उनके खाते से ₹99,989 की निकासी हुई, और कुछ ही मिनट बाद 10:42 बजे पुनः ₹2,000 निकाल लिए गए।
                भुक्तभोगी शिक्षक को इसकी जानकारी आज सुबह मोबाइल पर आए बैंक के एसएमएस से हुई, जिसे देखकर वह स्तब्ध रह गए। उन्होंने तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कई बार कॉल करने का प्रयास किया, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।
          थक-हार कर जब वह जिला साइबर थाना पहुंचे, तो वहां मौजूद अधिकारियों ने उन्हें प्राइवेट साइबर कैफे से ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराने की सलाह दी। इसके बाद उन्होंने स्वयं साइबर कैफे से शिकायत दर्ज कराई जिसका Acknowledgement No. 23108250114842 है, और श्रेणी "फाइनेंशियल फ्रॉड" दर्ज की गई है।
            शिक्षक ने आरोप लगाया कि साइबर थाना से उन्हें किसी प्रकार की ठोस सहायता नहीं मिली और वे पुलिस के लापरवाह रवैये से बेहद आहत हैं।
उन्होंने कहा कि जब आम नागरिक को अपने खून-पसीने की कमाई की सुरक्षा की गारंटी नहीं मिल रही, और साइबर अपराधियों के खिलाफ कोई त्वरित कार्रवाई नहीं हो रही, तो यह सिस्टम पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
           शिक्षक की मानें तो अब अन्य बैंक खाताधारकों में भी दहशत फैल गई है कि कहीं अगला नंबर उनका न हो।
इस घटना से यह सवाल उठता है कि एक तरफ जहां देश डिजिटल क्रांति की ओर अग्रसर है, वहीं दूसरी ओर साइबर अपराध लगातार पुलिस व प्रशासन की चुनौती बनते जा रहे हैं।

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