आपको बता दें कि Bodhgaya: महाबोधि महाविहार मुक्ति बौद्ध भन्तों द्वारा अनशन आंदोलन का 20 वां दिन, भारतीय राष्ट्रीय पार्टी ने दिया समर्थन, यूपी, बिहार, तेलंगाना, महाराष्ट्र आदि कई राज्यों से समर्थन में बड़ी संख्या में पहुंच रहे अनुयाई। और देश भर के भन्ते बुध अनुयाई आना शुरू हो गये हैं। कुशीनगर से लाखों की संख्या में अनुयाई अनशन स्थल के लिए रवाना। और नागपुर के हजारों संख्या में लोग मैदान में, सत्य की ज्वाला कई राज्यों में जल उठी इसे कोई रोक नहीं पायेगा। अब विश्व धम्म की शुरूआत हो गयी है।
यूपी, विहार, तेलंगाना, महाराष्ट्र आदि कई राज्यों से बड़ी संख्या में पहुंच रहे अनुयाई
बोधगया, 12 फरवरी 2025: बोधगया स्थित भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली महाबोधि महाविहार को ब्राह्मण महंत के कब्जे से मुक्त करने के लिए चल रहे बौद्ध भिक्षुओं के आमरण अनशन आंदोलन का 20 वां दिन शुरू हो गया है, लेकिन बिहार सरकार और केंद्र सरकार के कान पर जू नहीं रेंग रही है और भिक्षुओं की तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही है। बौद्ध मंदिर को बौद्ध भिक्षुओं को सौंपने की मांग पूरी न होने के कारण भारत की छवि विश्व स्तर पर खराब हो रही है। अभी तक सरकार ने महाबोधि महाविहार बुद्ध विहार को ब्राह्मण महंत के कब्जे से मुक्त कर बौद्ध भिक्षुओं को सौंपने की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया है। बोधगया टेंपल मैनेजमेंट कमेटी के द्वारा लगातार आंदोलनकारियों के खिलाफ षडयंत्र किए जा रहे हैं।।
अनशन पर बैठे बौद्ध भन्तों के साथ में पुलिस वालों ने अभद्रतापूर्ण व्यवहार। और सारी हदें पार कर दी।
महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन का नेतृत्व कर रहे विलास खरात ने हमें बताया कि आमरण अनशन आंदोलन को समर्थन देने हजारों लोग आंदोलन स्थल पहुंच रहे हैं और विभिन्न माध्यमों से आंदोलन को देश के करोड़ों लोगों का समर्थन मिल रहा है। विलास खरात ने बताया कि 5 दिन पहले आंदोलन को दबाने के लिए कमिटी के ब्राह्मण महंत के लोगों के द्वारा आंदोलन स्थल के सामने जानबूझकर फायर ब्रिगेड की गाड़ी खड़ी कर दी गई थी ताकि देश, दुनिया के लोगों को पता न चले, आज फिर से ब्राह्मण महंत के लोगों के द्वारा वही हरक
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