आपको बताते चलें कि लखीमपुर खीरी में दशहरा मेले में नगर पालिका और सेठ गया प्रसाद ट्रस्ट के बीच में चल रहे विवाद के चलते जब व्यापारियों की दुकान समुचित तरीके से नहीं लग पाई ।इसके बाद व्यापारी अनशन पर बैठ गए। व्यापारियों का आरोप था कि हम एक बार सेठ गया प्रसाद ट्रस्ट से रसीद कटा चुके है । तो दोबारा नगर पालिका से कैसे कराए ? हम लोग 10 दिन से इंतजार कर रहे हैं। व्यापार का नुकसान हो रहा है। व्यापारियों ने कहा कि हमारी मांगे मानी जाएं या हम दुकान लेकर वापस लौट जाएंगे। व्यापारी मेले की आबादी 10 दिन और बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इसी बीच सेठ गया प्रसाद के ट्रस्टी विपुल सेठ ने नगर पालिका अध्यक्ष इरा श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया। इन आरोपों के बाद नगर पालिका अध्यक्ष ईरा श्रीवास्तव ने नगर पालिका सभागार में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर पूरे मामले पर सफाई दी है। नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि उनके पास राज परिवार की तरफ से एक महीने के लिए उस जमीन पर मेला करवाने का अधिकार पत्र और डीड मौजूद है। जिस पर विपुल सेठ ने गलत तरीके से दुकानदारों की रसीद काट दी है ।और जबरन वसूली कर ली है। वह मेले में बेवजह व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं। हालांकि ट्रस्ट और नगर पालिका के बीच जो विवाद है ।वह कानूनी रूप से निपटा जाएगा। लेकिन बाहर से आए दुकानदारों को कोई तकलीफ ना हो नगर पालिका को इसका पूरा ध्यान है। सभी दुकानदार जो पहले से दुकान लगाते चले आ रहे हैं ।वह अपनी जगह पर दुकान लगाएंगे और वह उसके लिए बाध्य नहीं होंगे । जो रसीद वह ट्रस्ट से कटवा चुके हैं। वहां से नगर पालिका का शेयर उनको खुद लाकर जमा करना होगा। नगर पालिका ट्रस्ट से मांगने नहीं जाएगी। साथ ही जितना समय नुकसान हुआ है दुकानदारों को वह मिलकर समय अवधि बढ़ाई जाएगी। उसमें उनको बिजली पानी और साफ सफाई जैसी सुविधा बढ़ाई गई अवधि तक मिलती रहेगी।
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