उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में दलितों पर बढ़ती हिंसा और अत्याचार की घटनाओं को लेकर सियासी माहौल गर्म हो गया है। प्रयागराज और लखनऊ की दो बड़ी घटनाओं ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के मुंडेरा चुंगी इलाके में मामूली विवाद के बाद दलित


उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में दलितों पर बढ़ती हिंसा और अत्याचार की घटनाओं को लेकर सियासी माहौल गर्म हो गया है। प्रयागराज और लखनऊ की दो बड़ी घटनाओं ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के मुंडेरा चुंगी इलाके में मामूली विवाद के बाद दलित युवक रावेंद्र कुमार उर्फ मुन्नू की हत्या ने जनाक्रोश पैदा कर दिया है। वहीं लखनऊ के एक धार्मिक स्थल पर दलित बुजुर्ग के साथ मारपीट कर पेशाब चटवाने की घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश फैला दिया है।

इन घटनाओं को लेकर सपा, बसपा और अन्य विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी ने कहा है कि प्रदेश में दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के खिलाफ अत्याचार लगातार बढ़ रहे हैं और सरकार केवल बयानबाजी में व्यस्त है।

बसपा प्रमुख मायावती ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए सवाल उठाया कि “दलितों पर अत्याचार आखिर कब रुकेगा?” उन्होंने प्रयागराज हत्या मामले में तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की है और कहा कि यह घटनाएं प्रदेश की कानून-व्यवस्था की वास्तविकता को उजागर करती हैं।

वहीं, उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लखनऊ की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि किसी भी जातिगत हिंसा या उत्पीड़न की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इन घटनाओं ने न केवल राजनीतिक दलों के बीच टकराव को बढ़ाया है, बल्कि समाज में दलित सुरक्षा और समानता के मुद्दे पर एक बार फिर से गंभीर बहस को जन्म दिया है

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram, Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज़ के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।


Leave a Comment:

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।