उत्तराखंड में ₹6800 करोड़ के 2 रोपवे प्रोजेक्ट्स के लिए समझौता, सिर्फ 36 मिनट में केदारनाथ पहुंचेंगे श्रद्धालु
इन प्रोजेक्ट्स से रोपवे कनेक्टिविटी का विस्तार होने और टूरिज्म को बढ़ावा देकर राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की उम्मीद है।
जोमैटो द्वारा वसूला जाने वाली प्लेटफॉर्म फीस एक तरह का सर्विस चार्ज है, जो कंपनी के प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करने के लिए वसूला जाता है।
ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने वाले लोगों को अब पहले से ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने अपनी सेवाओं के लिए प्लेटफॉर्म फीस में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है। जोमैटो अब प्रत्येक ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस के तौर पर 12 रुपये वसूलेगी, जो पहले 10 रुपये था। कंपनी ने त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले अपने प्रत्येक ऑर्डर को ज्यादा लाभदायक बनाने और कंपनी के मुनाफे को बढ़ाने के उद्देश्य से प्लेटफॉर्म फीस में ये बढ़ोतरी की है।
बताते चलें कि जोमैटो द्वारा वसूला जाने वाली प्लेटफॉर्म फीस एक तरह का सर्विस चार्ज है, जो कंपनी के प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करने के लिए वसूला जाता है। जोमैटो ने अपने यूजर्स से खाना ऑर्डर करने के लिए अप्रैल 2023 से प्लेटफॉर्म फीस की वसूली शुरू की थी। उस समय, जोमैटो प्रत्येक ऑर्डर पर अपने यूजर्स से प्लेटफॉर्म फीस के रूप में सिर्फ 2 रुपये लेता था। लेकिन, कंपनी पिछले दो-ढाई सालों में अपनी प्लेटफॉर्म फीस में कई गुना बढ़ोतरी कर चुकी है, जिससे ये 2 रुपये से बढ़ते-बढ़ते अब 12 रुपये हो गई है।
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जोमैटो देशभर में रोजाना करीब 23 से 25 लाख ऑर्डर डिलीवर करता है। यानी, 12 रुपये की प्लेटफॉर्म फीस से अब कंपनी रोजाना करीब 3 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट करेगी, जो 10 रुपये के हिसाब से पहले करीब 2.5 करोड़ रुपये होता था। इससे कंपनी को हर तिमाही में करीब 45 करोड़ रुपये का एक्स्ट्रा रेवेन्यू प्राप्त होगा।
जोमैटो अपने ग्राहकों से प्रत्येक ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस के अलावा डिलीवरी चार्ज भी वसूलता है। ग्राहकों को ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने के लिए प्लेटफॉर्म फीस, डिलीवरी चार्ज के अलावा रेस्टॉरेंट फीस और जीएसटी का भी भुगतान करना होता है। बताते चलें कि जोमैटो के अलावा, दूसरी दिग्गज ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी भी अपने ग्राहकों से प्रत्येक ऑर्डर पर प्लेटफॉर्म फीस और डिलीवरी चार्ज वसूल करती है।
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लखनऊ और कानपुर के बीच इस एक्सप्रेसवे के बनने से दोनों शहरों के लोगों को आने-जाने में काफी सहूलियत होगी। जाम से भी राहत मिलेगी। फिलहाल यह एक्सप्रेसवे 6 लेन का होगा।
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