(कालाबाजार में किसान रो रहे हैं)


चिकिटी (गंजाम)-: चिकिटी समेत पूरे गंजाम ज़िले में खाद की भारी कमी है । देर से हुई बारिश और देर से हुई फ़सल के लिए जब खाद डालना बेहद ज़रूरी होता है, तब किसान सरकार द्वारा पर्याप्त खाद न दिए जाने से रो रहे हैं । सहकारी समितियों को ज़रूरत के समय खाद नहीं मिल रही है, वहीं कुछ सहकारी समितियों को कम मात्रा में खाद दी जा रही है, और बताया गया है कि कर्ज़दारों को सिर्फ़ एक बोरी खाद दी जा रही है। जिससे अमीर लोगों का असंतोष बढ़ रहा है। शायद सरकार धान का एमएसपी बढ़ाकर नहीं चाहती कि किसान ज़्यादा धान की फ़सल लें। इसलिए किसान शिकायत कर रहे हैं कि वे जानबूझकर खाद की कृत्रिम कमी पैदा कर रहे हैं। धान के रियायती मूल्य में वृद्धि से किसान जितने खुश थे, खाद की कमी ने उन्हें सौ गुना ज़्यादा दुखी कर दिया है । देखा जा रहा है कि कई मीडिया अभियानों और किसान जन भीखोब जैसे कई उल्लेखनीय कदमों के बावजूद, सरकार की चुप्पी किसानों को हैरान कर रही है। बाहर कालाबाज़ारी पूरी तरह सक्रिय है, किसान 280 रुपये की खाद की बोरी 800 रुपये में खरीदने को मजबूर हैं। हालाँकि, बाहर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं है। अतः सरकार से अनुरोध है कि किसानों के हित में खाद की आपूर्ति शीघ्रता से की जाए, अन्यथा इसे जनाक्रोश का शिकार होने से कोई नहीं रोक सकता।

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