भारतीय रेलवे ने सभी यात्री कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला लिया है। इसका ऐलान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया है।


भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। रेलवे ने सभी यात्री कोचों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला लिया है। इसका ऐलान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया है। उन्होंने कहा कि यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए भारतीय रेलवे के सभी 74,000 डिब्बों और 15,000 इंजनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश दिया है।

यह महत्वपूर्ण निर्णय शनिवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू द्वारा उत्तर रेलवे में प्रायोगिक तौर पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के लाभों की समीक्षा के बाद लिया गया। मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, यात्री गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे मुख्य रूप से दरवाजों के पास, सामान्य आवागमन वाले क्षेत्रों में लगाए जाएंगे।

ट्रेन में कहां-कहां लगाए जाएंगे कैमरे?

  1. यात्री डिब्बे: प्रत्येक रेलवे कोच में कुल चार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिनमें से प्रत्येक प्रवेश मार्ग पर दो कैमरे होंगे।
  2. रेल इंजन: प्रत्येक इंजन में छह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें इंजन के आगे, पीछे और दोनों तरफ एक-एक कैमरा शामिल होगा।


ट्रेन में सीसीटीवी लगाने के फायदे

बता दें कि भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक है। भारतीय रेलवे प्रतिदिन औसतन 13,000 से अधिक यात्री ट्रेनें संचालित करता है, जिसमें मेल/एक्सप्रेस, पैसेंजर और उपनगरीय ट्रेनें शामिल हैं। भारतीय रेलवे से प्रतिदिन लगभग 2.4 करोड़ यात्री सफर करते हैं।

सीसीटीवी कैमरे चोरी, छेड़छाड़, उत्पीड़न और अन्य आपराधिक गतिविधियों को रोकने में मदद करते हैं। आपात स्थिति जैसे चिकित्सा आपातकाल, आग या कोई दुर्घटना होने पर सीसीटीवी फुटेज घटना की स्थिति को समझने और अधिकारियों को त्वरित और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने में मदद कर सकता है।

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Related Tags:

 

Leave a Comment:

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।