इंदौर के रहने वाले कारोबारी राजा रघुवंशी अपनी नवविवाहिता पत्नी सोनम के साथ शिलांग हनीमून मनाने गए थे, जहां से दोनों गायब हो गए। राजा का शव बरामद हो गया है जबकि सोनम का अब तक पता नहीं चल सका है। देखें पूरी टाइमलाइन....


इंदौर: मेघालय के शिलांग में हनीमून मनाने 23 मई से लापता कपल में से इंदौर के राजा का शव बरामद हो गया है जबकि उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी का 16 दिन बाद शनिवार को भी कोई पता नहीं चला सका है। जिस जगह इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी का शव मिला, वहां का वीडियो उनके भाई विपिन ने शेयर किया और बताया है कि यहां की रेलिंग करीब चार फीट ऊंची है। यहां से किसी का कूद पाना आसान नहीं है। मेरा भाई राजा रघुवंशी और उसकी पत्नी सोनम वहां हनीमून मनाने गए थे, दोनों आराम से घूम रहे थे। उनका आपस में कोई विवाद भी नहीं था, इसलिए जान बूझकर राजा वहां से नहीं कूदा होगा। उसे मारकर फेंका गया है, ताकि किसी को कुछ पता न चल सके।

गाइड ने किया खुलासा

उधर, एक गाइड ने दावा किया है कि जिस दिन राजा और सोनम लापता हुए, उस दिन उनके साथ तीन अन्य अनजाने युवक भी थे। मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने बताया कि राजा और सोनम को तीन पर्यटकों के साथ 23 मई सुबह 10 बजे नोंग्रियात से मावलाखियात के बीच देखा गया। अल्बर्ट ने कहा कि वह इंदौर के दंपती को पहचानता था, क्योंकि उसने एक दिन पहले राजा और सोनम को नोंग्रियात की चढाई के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। उन्होंने दूसरे गाइड वानसाई की सेवाएं ली थीं।

चारों हिंदी में बात कर रहे थे, बताया गाइड ने

अल्बर्ट ने बताया कि तीन युवकों के साथ राजा आगे चल चल रहे थे, जबकि सोनम उनके पीछे पीछे चल रही थी। वे चारों हिंदी में बात कर रहे थे। लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होम स्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए। शिलांग से 80 KM दूर सोरा पहाड़ी इलाका है। यहां घने जंगल हैं।

11 मई को हुई थी राजा और सोनम की शादी

राजा के भाई विपिन ने बताया- राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी। वे 20 मई को हनीमून के लिए शिलांग के लिए रवाना हुए। पहले उन्होंने गुवाहाटी में मां कामाख्या के दर्शन किए। यहां से 23 मई को मेघालय के शिलांग रवाना हुए। शुरुआत में परिवार की दोनों से बात होती रही, फिर संपर्क टूट गया। 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। मैं और सोनम के भाई गोविंद 25 मई को इंदौर से कार से भोपाल गए। वहां से फ्लाइट से दिल्ली और फिर गुवाहाटी पहुंचे। यहां से कार से शिलांग आए। फिर टैक्सी से सोरा गए। हमने वहां पहुंचते ही सर्चिग शुरू कर दी।

राजा के भाई ने बताई ये खास बात

यहां मोपेड किराए पर देने वाला अनिल मिला। वह उस स्पॉट पर ले गया, जहां राजा को किराए की मोपेड मिली थी। इसके बाद उसी मोपेड से सोरा थाने पहुंचे। यहां 8 पुलिसवाले ही हैं। उनके पास हथियार भी नहीं। इनमें से एक ने भी हमारी बात नहीं सुनी। हमें नसीहत दी कि और ढूंढिए, मिल जाएंगे। हम अगले दिन सुबह से फिर उनकी तलाश में जुट गए। कुछ लोगों को फोटो दिखाए। पूछताछ करते-करते सोरा के होटल तक पहुंचे। होटल के मैनेजर ने बताया कि दोनों सुबह 5.30 बजे चेक आउट कर चले गए। हमें यहीं शक हुआ कि कोई कपल कहीं घूमने आया है और उसकी नई शादी हुई है, वह सुबह 5.30 कैसे चेकआउट कर सकता है। राजा और उनकी पत्नी सोनम शिलांग के होटल के सीसीटीवी फुटेज में दिखे हैं।

सर्चिग के नाम पर पूछताछ कर रही थी पुलिस

राजा के भाई ने आगे बताया- होटल के बाद हम सोरा थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय शिकायती आवेदन ले लिया। वे सर्चिग के नाम पर कुछ लोगों से पूछताछ कर रहे थे। हमें यहां के दुकानदारों ने अलर्ट कर दिया था। शिलांग में किसी तरह का खतरा नहीं लेकिन सोरा में रुकना खतरे से खाली भी नहीं। दरअसल, शिलांग से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर सोरा ग्रामीण इलाका है। यहां के लोग पहाड़ियों में रहते हैं। इसी रास्ते से पर्यटक डबल डेकर ब्रिज के लिए जाते हैं। यहां करीब 4 हजार सीढ़ियां उतरकर होटल हैं। जहां सुरक्षा के नाम पर न गार्ड है, न पुलिस। यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं।

सीएम और सांसद की मदद के बाद आई जांच में तेजी

विपिन ने बताया कि 2 दिन बाद जब सीएम डॉ. मोहन यादव और सांसद शंकर लालवानी के साथ प्रदेश की तरफ से मेघालय सरकार से बात की गई तो वहां सर्चिग और अन्य चीजों में मदद मिली। शिलांग से कुछ अफसर आए। वे उस होटल तक गए, जहां पर राजा-सोनम रुके थे। फिर दो दिन तक उस 5 किलोमीटर के क्षेत्र की लोकेशन पर तलाशी करते रहे, जहां किराए की स्कूटी मिली थी। विपिन ने कहा- राजा और सोनम से आखिरी बार बातचीत जिस दिन वे गुम हुए, उस दिन 01:43 पर हुई थी। सोरा के डबल डेकर (लिविंग रूट) घूमने के लिए राजा ने एक गाइड को लिया था, वे नीचे गए और घूमकर ऊपर आए। 

गाइड और चाय-कॉफी वाले से की पूछताछ

विपिन ने बताया कि जिस दिन राजा और सोनम गायब हुए, उस दिन दोपहर डेढ़ बजे से करीब सवा दो बजे के बीच उनका मोबाइल बंद हुआ। होटल कर्मचारी ने उनके सुबह-सुबह होटल छोड़ने की बात कही थी। गाइड और फिर कॉफी वाला... इन तीन लोगों से विपिन और गोविंद को वहां की पुलिस ने बात ही नहीं करने दी। उन्हें सामान्य तौर पर पूछताछ करते हुए जाने दिया जबकि उनकी बातों से उन पर शुरुआत से ही शंका हो रही थी।

80 फीसदी लोग आसपास से आते हैं घूमने

विपिन ने बताया कि हमने शिलांग में कई लोगों से बात की। उनके मुताबिक सोरा में लोकल गैंग ही वारदातें करती हैं। शिलांग, सोरा और आसपास के इलाकों में 80 प्रतिशत पर्यटक आसपास के प्रदेश और शहरों से आते हैं। उनके साथ कभी वारदात नहीं होती है। मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब और विदेशों से आने वाले पर्यटक ही अधिकतर वहां हादसे का शिकार हुए हैं। उनके साथ लूटपाट भी होती है लेकिन वह शिकायत नहीं करते हुए सीधे निकल जाते हैं। यहां की पुलिस उनकी सुनवाई नहीं करती। 

जानें पूरी टाइमलाइन

20 मई- इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी, पत्नी सोनम के साथ हनीमून पर मेघालय गए।

22 मई- दंपती सोहरा की यात्रा के लिए निकले। शिलांग में सागर सेन सामल से 4 दिन के लिए बाइक किराए पर ली।

22 मई- शाम को दंपती मावलखैत गांव में घूमते रहे। गाइड की मदद से नोंग्रियाट गांव में डबल डेकर पुल की ओर बढ़े।

23 मई- गांव के मुखिया ने पुलिस को सूचना दी कि गोल्डन पाइंस ढाबा के पास चाबी लगी लावारिस बाइक खड़ी है।

24 मई- दंपती का परिवार से संपर्क टूट गया। परिजनों ने गूगल सर्च कर एक्टिवा रेंट पर देने वाले की जानकारी निकाली।

27 मई- मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी। सीएम डॉ. यादव ने मेघालय के सीएम से बात की।

27 मई- शाम को पुलिस सर्चिंग के दौरान 2 बैग पहाड़ी इलाके में मिले। यह बैग बाइक से कुछ दूरी पर खाई में पड़े थे।

28 मई- सांसद शंकर लालवानी ने शिलांग में पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की।

29 मई- तेज बारिश के कारण सर्चिंग रोकनी पड़ी।

30 मई- सुबह दोबारा सर्चिग शुरू हुई, देर शाम तक कुछ पता नहीं चला।

31 मई- बारिश के कारण कई बार सर्चिंग रोकनी पड़ी।

1 जून- परिवार ने ज्योतिषी को दोनों की कुंडली दिखाई।

2 जून- राजा का शव गहरी खाई में मिला।

3 जून- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राजा की हत्या पेड़ काटने वाले हथियार से होने की पुष्टि हुई।

4 जून- राजा का शव इंदौर लाया गया।

5 जून- शिलांग के होटल रिसेप्शन में दंपती का सीसीटीवी फुटेज सामने आया।

6 जून- पुलिस अभी भी सोनम की तलाश में जुटी है।

7 जून- राजा और सोनम का होटल के बाहर का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है।

जिस स्पॉट पर राजा का शव मिला, वहां गिरना संभव नहीं। विपिन ने बताया कि उन्होंने उस स्पॉट का वीडियो भी बनाया, जहां से पुलिस राजा के गिरने की बात कर रही है। वहां इतनी ऊंची रेलिंग लगी है कि धक्के से भी गिरना मुमकिन नहीं है। उन्होंने बताया कि गाड़ी का ट्रैकिंग रिकॉर्ड भी कुछ और ही कह रहा है। मोपेड का जीपीएस बता रहा है कि उस स्पीड से वहां के लोकल लोग भी गाड़ी नहीं चलाते हैं। पुलिस इस तरफ ध्यान ही नहीं दे रही है।

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