मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से पाखंडी बाबाओं पर कार्यवाही की मांग करते हुए डॉ आंबेडकर संवैधानिक महासंघ के अध्यक्ष राजेश कुमार सिद्धार्थ ने लिखा पत्र!


मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से पाखंडी बाबाओं पर कार्यवाही की मांग करते हुए डॉ आंबेडकर संवैधानिक महासंघ के अध्यक्ष राजेश कुमार सिद्धार्थ ने लिखा पत्र!
लखनऊ - डॉ आंबेडकर संवैधानिक महासंघ के अध्यक्ष राजेश कुमार सिद्धार्थ ने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पाखंडी बाबाओं पर कार्यवाही करने की मांग की है कहां है यदि पाखंडी बाबा अपना पाखंड और ढोग फैलाना बंद कर दें तो शायद लोगों की जान नहीं जाती पाखंडी बाबा धर्म के आड़ में लोगों के धन पर डाका डालते हैं उन्हें धनी और सुख समृद्धि के नाम पर लूटते है और कभी कभी लोगो की जान चली जाती है……………………………………

हाथरस ही नहीं और कई धार्मिक आयोजनों में भी हुआ है मौत का तांडव, लाश फूंकने के लिए लकड़ी भी पड़ गई थी कम।

उत्तर प्रदेश की बात करें तो इस तरह अब तक की सबसे बड़ी दुर्घटना 3 फरवरी 1954 को प्रयागराज में हुई थी

इसमें 800 लोगों की मौत हुई थी, हर तरफ चीख पुकार और कोहराम मच गया था धार्मिक आयोजन में जान जाना कोई नई बात नहीं है,

ऐसी घटनाएं हर साल कहीं न कहीं से सुनने को मिल जाती हैं,

आइए आज हम आपको देश की ऐसी प्रमुख घटनाओं से वाकिफ कराते है
 

03 फरवरी 1954: प्रयागराज कुंभ में मची भगदड़ 800 से अधिक लोगों की हुई मौत।

31 मार्च 2023 : इंदौर में रामनवमी हवन कार्यक्रम के दौरान एक प्राचीन बावड़ी के ऊपर बनी स्लैब ढहने 36 लोगों की मौत हुई।

01 जनवरी 2022 : माता वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से भगदड़ में 12 लोगों की मौत हुई।

14 जुलाई 2015 : आंध्रप्रदेश के राजमुंदरी में ‘पुष्करम’ उत्सव के पहले दिन गोदावरी नदी के तट पर भगदड़ से 27 तीर्थयात्रियों की मौत हुई।

03अक्टूबर 2014 : पटना के गांधी मैदान में दशहरा महोत्सव में भगदड़ से 32 लोगों की मौत हो गई।

13 अक्टूबर 2013 : मध्यप्रदेश के दतिया जिले में रतनगढ़ मंदिर के पास नवरात्रि उत्सव के भगदड़ में 115 लोगों की मौत हुई।

19 नवंबर 2012 : पटना में छठ पूजा के दौरान एक अस्थायी पुल के ढहने से मची भगदड़ में 20 की मौत हुई।

08 नवंबर 2011 : हरकी पैड़ी पर मची भगदड़ में 20 लोगों की मौत हो गई।

14 जनवरी 2011 : सबरीमाला मंदिर के दर्शन कर लौट रहे तीर्थयात्रियों से जीप टकराने के कारण मची भगदड़ में 104 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।

04 मार्च 2010 : उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में राम जानकी मंदिर में भगदड़ मचने से 63 लोगों की मौत हो गई।

30 सितंबर 2008 : राजस्थान के जोधपुर में चामुंडा देवी मंदिर में बम विस्फोट की अफवाह के कारण मची भगदड़ में लगभग 250 श्रद्धालु मारे गए।

03अगस्त 2008 : हिमाचल प्रदेश नैना देवी मंदिर में चट्टान खिसकने की अफवाह के कारण मची भगदड़ में 162 लोगों की मौत हो गई।

25 जनवरी 2005: महाराष्ट्र केमंधारदेवी मंदिर में वार्षिक तीर्थयात्रा में 340 श्रद्धालुओं की कुचलकर मौत हो गई।

27 अगस्त 2003 : महाराष्ट्र के सिंहस्थ कुंभ मेले में पवित्र स्नान के दौरान भगदड़ में 39 लोग मारे गए और लगभग 140 घायल हो गए।

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