इंदिरापुरम। वैभवखंड की पार्श्वनाथ मैजेस्टिक सोसायटी में शनिवार सुबह छह बजे करीब अनीता अग्रवाल (67) ने 13वी मंजिल की छत से कूदकर जान दे दी। वह और उनके पति सोसायटी में बेटी और दामाद के साथ रहते थे। कई वर्षों से वह तनाव की शिकार थीं और 30 अप्रैल को रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन हुआ था। टावर नंबर-दो के सामने गिरते ही उनके शरीर के हिस्से बिखर गए। बुजुर्ग के शव को देखकर सुरक्षाकर्मी और लोग दौड़ पड़े। डायल-112 पर सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
मूलरूप से पंजाब के पटियाला में रहने वाले सुधीर अग्रवाल पत्नी अनीता अग्रवाल के साथ रहते हैं। अनीता तीन महीने पहले इंदिरापुरम की पार्श्वनाथ मैजेस्टिक सोसायटी में पति को लेकर बेटी यशिका के टावर नंबर-दो स्थित फ्लैट मेें आ गई थीं। बेटी गृहणी हैं जबकि दामाद जॉब करते हैं। उनका बेटा अंकित भी नोएडा सेक्टर-44 की एक सोसायटी में रहता है। शुक्रवार रात करीब नौ बजे अनीता ने खाना खाने के बाद अपने नातिन को कुछ देर खेल खिलाया था। इसके बाद सभी अपने-अपने कमरों में जाकर सो गए। सुबह साढ़े पांच बजे करीब वह नींद से उठीं और फ्लैट को बाहर से बंद करके सीधे 13वीं मंजिल की छत पर पहुंच गईं।
पुलिस ने बताया कि लाेगों ने अचानक उनके गिरने की आवाज सुनी और टावर नंबर दो की तरफ दौड़ पड़े। वहां देखा कि बुजुर्ग शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था। शोर सुनकर सभी फ्लैट के लोग बाहर निकले तो यशिका ने बुजुर्ग की पहचान अपनीं मां के रूप में की। डायल-112 पर पुलिस को घटना की सूचना दी गई। पुलिस जांच में आया कि 13वीं मंजिल की छत से नीचे गिरने के बाद बुजुर्ग लोेहे के एंगल से टकराते हुए नीचे नीचे गिरी थीं। वहां फर्श पर तेज आवाज के साथ उनके शरीर के कई अंग अलग-अलग टुकड़ों में बिखर गए थे।
पुलिस को घटनास्थल पर नहीं मिला सुसाइड नोट
सूचना पर सोसायटी पहुंची फॉरेंसिक टीम ने जांच की। टीम को छत पर बुजुर्ग महिला के पहुंचने के साक्ष्य मिले हैं जबकि शव के पास पैर में एक ही चप्पल थी। फॉरेंसिक टीम को दूसरी चप्पल 13वीं मंजिल से नीचे तल पर लगे एसी के लोहे के एंगल पर पड़ी मिली। पुलिस ने चप्पल को भी साक्ष्य के आधार पर कब्जे में लिया है। इंदिरापुरम पुलिस को घटनास्थल के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि बुजुर्ग अपनी बीमारी से परेशान थीं । पति, दामाद और बेटी व सभी लोग उन्हें तनावमुक्त रहने के लिए कहते रहते थे लेकिन उनकी बीमारी बढ़ी हुई थी। वह कई वर्षों से तनावमुक्त रहने की दवाई खाती थीं।
एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि बुजुर्ग महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। फॉरेंसिक टीम ने 13वीं मंजिल की छत और घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किए हैं।
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