पहलगाम अटैक के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी प्रकार के व्यापार को रोक दिया है. केंद्र सरकार ने पड़ोसी मुल्क के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह के व्यापार पर रोक लगा दी है जिसका असर सीधे-सीधे उसकी अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है. इस कदम से भारत-पाकिस्तान के पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों


पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान पर करारी चोट दी है. भारत ने पाकिस्तान से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर आवागमन (ऑल ट्रांजिट) की जाने वाली हरेक सामग्री पर रोक लगा दी है. अप्रत्यक्ष तौर पर रोक का निहितार्थ यह है कि अब पाकिस्तान से किसी तीसरे देश या व्यापारिक वर्ग के जरिए भी भारत से व्यापार नहीं किया जा सकेगा. यानी भारत ने आतंकी हमले के खिलाफ कदम उठाने की श्रृंखला में दोनों देशों के बीच व्यापार को पूरी तरह से बंद कर दिया है.

 

दोनों देशों के बीच प्रत्यक्ष व्यापार बहुत ज्यादा नहीं था. जबकि ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) के मुताबिक अप्रत्यक्ष माध्यमों से अनुमानित तौर पर सालाना करीब 10 अरब डॉलर का व्यापार पाकिस्तान से होता आया है. अप्रत्यक्ष व्यापार में भारत-पाकिस्तान के बीच तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सिंगापुर समेत अन्य देश व कुछ निजी क्षेत्र की कंपनियां और व्यापारिक वर्ग करते हैं. साल 2023-24 में भारत ने पाकिस्तान से 3 मिलियन डॉलर की सामग्री का आयात किया था जबकि 1.2 अरब डॉलर का निर्यात किया था.

वाणिज्य मंत्रालय ने जारी किया नोटिफिकेशन

वाणिज्य मंत्रालय ने इस आदेश का एक नोटिफिकेशन जारी किया है. इस नोटिफिकेशन के अनुसार भारत ने पाकिस्तान से सभी वस्तुओं के डायरेक्ट और इनडायरेक्ट निर्यात या ऑल ट्रांजिट (सभी सामग्री का आना-जाना) पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. वाणिज्य मंत्रालय की ओर से 2 मई को जारी अधिसूचना के अनुसार, यह निर्णय विदेश व्यापार नीति-एफटीपी-2023 में संशोधन कर लिया गया है। यह प्रतिबंध विदेश व्यापार नीति 2023 में नए प्रावधान के रूप में जोड़ा गया है.

 

राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में फैसला

विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने इस अधिसूचना में स्पष्ट किया कि यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लिया गया है. एफटीपी में जोड़ा गया नया खंड पाकिस्तान से आयात पर प्रतिबंध के अंतर्गत कहा गया है. वाणिज्य मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तान से प्रत्यक्ष व्यापार सड़क मार्ग से होता था. वाघा-अटारी बॉर्डर सील होने से यह पूरी तरह से बंद हो गया, जो एकमात्र प्रत्यक्ष व्यापार का रास्ता था। अब अप्रत्यक्ष पाबंदी से तीसरे पक्ष की भूमिका भी खत्म कर दी गई है.

गौरतलब है कि पाकिस्तान से आयात में मुख्य रूप से फार्मा उत्पाद, फल और तिलहन शामिल हैं. 2019 के पुलवामा हमले के बाद से इसमें गिरावट आई है, जब भारत ने पाकिस्तानी उत्पादों पर 200 फीसदी शुल्क लगाया था. रिपोर्ट बताती है कि यह 2024-25 में कुल आयात का 0.0001 फीसदी से भी कम था.

भारत क्या करता है एक्सपोर्ट?

भारत की ओर से जैविक और अजैविक केमिकल, दवाइयां, कृषि उत्पाद, कपास और सूती धागा, चीनी, मिठाइयां, प्लास्टिक, मशीनरी समेत अन्य सामान एक्सपोर्ट किए जाते हैं. व्यापारिक पाबंदी के बाद भारत पाकिस्तान को न तो दवाइयां भेज पाएगा और ना ही चीनी.

पाकिस्तान का क्या होता है इंपोर्ट?

पाकिस्तान की ओर से ड्राई फ्रूट्स, तरबूज और अन्य फल, सीमेंट, सेंधा नमक, पत्थर, चूना, मुल्तानी मिट्टी, चश्मों का ऑप्टिकल्स, कॉटन, स्टील, कार्बनिक केमिकल्स, चमड़े का सामान इंपोर्ट किए जाते हैं.

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