2024 लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार (20 मई) को 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर वोटिंग होगी


8 राज्यों की 49 सीटों पर वोटिंग कल:राजनाथ, स्मृति समेत 9 केंद्रीय मंत्री, एक पूर्व मुख्यमंत्री मैदान में; राहुल रायबरेली से भी लड़ रहे

2024 लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार (20 मई) को 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर वोटिंग होगी।

2019 में इन सीटों पर सबसे ज्यादा भाजपा ने 32, शिवसेना ने 7, TMC ने 4 सीटें जीती थीं। कांग्रेस केवल यूपी की रायबरेली सीट जीत पाई थी। अन्य को 5 सीटें मिली थीं।

इस फेज में राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी और पीयूष गोयल समेत 9 केंद्रीय मंत्री मैदान में हैं। रायबरेली से वायनाड सांसद राहुल गांधी भी चुनाव लड़ रहे हैं।

चुनाव आयोग के मुताबिक, इलेक्शन के पांचवें फेज में 695 कैंडिडेट्स मैदान में हैं। इनमें 613 पुरुष और 82 महिला उम्मीदवार हैं। इनमें महिलाएं केवल 12% हैं।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) के मुताबिक, इस फेज के 615 उम्मीदवारों में से 23% यानी 159 उम्मीदवार पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, 227 यानी 33% उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। केवल एक उम्मीदवार ने अपनी संपत्ति शून्य बताई है।

इस फेज में सबसे अमीर प्रत्याशी उत्तर प्रदेश की झांसी सीट से भाजपा उम्मीदवार अनुराग शर्मा हैं। उनके पास 212 करोड़ रुपए की संपत्ति है।

543 लोकसभा सीटों में चौथे फेज तक 380 सीटों पर मतदान हो गया है। 20 मई तक कुल 429 सीटों पर मतदान पूरा हो जाएगा। बाकी 2 चरणों में 114 सीटों पर वोटिंग होगी।159 कैंडिडेट्स पर हत्या, किडनैपिंग जैसे गंभीर मामले दर्ज
ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, 159 कैंडिडेट ऐसे हैं, जिन पर हत्या, किडनैपिंग जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। इनमें से 3 उम्मीदवारों को किसी न किसी मामले में दोषी ठहराया गया है। 4 उम्मीदवारों पर हत्या और 28 पर हत्या की कोशिश के मामले हैं। 29 उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज हैं। एक उम्मीदवार के खिलाफ दुष्कर्म (IPC-376) से जुड़ा मामला दर्ज है। वहीं, 10 कैंडिडेट्स पर हेट स्पीच से जुड़े मामले दर्ज हैं।

33 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति
ADR ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इलेक्शन के पांचवें चरण में 695 उम्मीदवारों में से 227 यानी 33 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। कैंडिडेट्स के पास औसत संपत्ति 3.56 करोड़ रुपए है। सबसे ज्यादा भाजपा के 36 उम्मीदवार करोड़पति हैं।

सबसे अमीर प्रत्याशी यूपी की झांसी से भाजपा उम्मीदवार अनुराग शर्मा हैं। उनके पास 212 करोड़ रुपए की संपत्ति है। महाराष्ट्र की भिवंडी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार नीलेश भगवान सांबारे के पास 116 करोड़ रुपए, जबकि मुंबई उत्तर सीट से भाजपा उम्मीदवार पीयूष गोयल के पास 110 करोड़ रुपए की संपत्ति है।

33 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति
ADR ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इलेक्शन के पांचवें चरण में 695 उम्मीदवारों में से 227 यानी 33 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। कैंडिडेट्स के पास औसत संपत्ति 3.56 करोड़ रुपए है। सबसे ज्यादा भाजपा के 36 उम्मीदवार करोड़पति हैं।

सबसे अमीर प्रत्याशी यूपी की झांसी से भाजपा उम्मीदवार अनुराग शर्मा हैं। उनके पास 212 करोड़ रुपए की संपत्ति है। महाराष्ट्र की भिवंडी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार नीलेश भगवान सांबारे के पास 116 करोड़ रुपए, जबकि मुंबई उत्तर सीट से भाजपा उम्मीदवार पीयूष गोयल के पास 110 करोड़ रुपए की संपत्ति है।

2019 चुनाव में लगातार तीन बार के सांसद राहुल गांधी चौथी बार अमेठी सीट से मैदान में थे। राहुल के सामने भाजपा ने 2014 चुनाव में दूसरे नंबर पर रहीं स्मृति ईरानी को उम्मीदवार बनाया था। स्मृति ईरानी को तब 4 लाख 68 हजार 514 वोट मिले थे। राहुल के खाते में 4 लाख 13 हजार 394 वोट ही आए थे। इस बार भी भाजपा ने स्मृति को ही टिकट दिया है।

राहुल के रायबरेली जाने के बाद कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया है। किशोरी यहां लंबे समय से एक्टिव हैं।

साल 1967 में अमेठी सीट बनी थी। 1977 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी ने चुनाव लड़ा। इमरजेंसी के खिलाफ चल रही लहर की वजह से संजय हार गए। उन्हें जनता पार्टी के रवींद्र प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने हरा दिया था।

साल 1980 में संजय फिर मैदान में उतरे और रवींद्र को हराकर संसद पहुंचे। संजय गांधी की मौत के बाद हुए उपचुनाव में राजीव गांधी इस सीट पर चुनाव लड़े। 1984 में इस सीट पर राजीव और मेनका गांधी परिवार के दो सदस्य आमने-सामने थे। तब राजीव भारी वोटों से जीते थे।

1989 लोकसभा चुनाव में भी राजीव गांधी इसी सीट से संसद पहुंचे। उनकी हत्या के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन सतीश शर्मा जीते और 1996 के चुनाव में भी सीट बरकरार रखी। साल 1998 में पहली बार भाजपा उम्मीदवार डॉ. संजय सिंह ने जीत हासिल की। 1999 में सोनिया गांधी इस सीट से जीतकर पहली बार संसद पहुंचीं। इसके बाद 2004 से 2019 तक राहुल यहां से जीते।

3. लखनऊ, यूपी

लखनऊ लोकसभा सीट से तीन बार के सांसद और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह एक बार फिर मैदान में हैं। वहीं, सपा ने रविदास मेहरोत्रा को मैदान में उतारा है। अटल बिहारी के दौर से लखनऊ बीजेपी का गढ़ माना जाता है। जमीनी स्तर पर रविदास अनुभवी हैं। वे 1989 में सबसे पहले जनता दल के टिकट पर विधायक का चुनाव जीते थे। मौजूदा दौर में भी वे लखनऊ सेंट्रल से विधायक हैं।

4. कैसरगंज, यूपी

 

महिला पहलवानों से यौन उत्पीड़न के आरोप में फंसे बृजभूषण शरण सिंह की जगह कैसरगंज सीट से इस बार भाजपा ने उनके बेटे करण भूषण को टिकट दिया है। सपा ने इस सीट से भगत राम मिश्रा को मैदान में उतारा है।

2019 में बृजभूषण सिंह ने बसपा के चंद्रदेव यादव को 2.5 लाख से अधिक वोटों से हराया था। वहीं, 2014 में उन्होंने सपा के विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह को 50 हजार वोटों से हराया था। साल 2009 के चुनाव में बृजभूषण ने सपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी।

5. सारण, बिहार

लोकनायक जय प्रकाश नारायण का गृह जिला सारण पहले राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो की सीट मानी जाती रही है। लेकिन पिछले दो चुनावों में राजीव प्रताप रूडी ने इस समीकरण को अपने पक्ष में मोड़ दिया। उन्होंने साल 2014 में लालू की पत्नी राबड़ी देवी और 2019 में उनके समधी चंद्रिका राय को हराया। रूडी के खिलाफ इस बार लालू की बेटी रोहिणी आचार्य चुनाव मैदान में हैं।

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