तेल अवीवः इजरायल-हमास के बीच लगातार 38 दिन से युद्ध जारी है. इस जंग में अब तक करीब 13000 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इजरायली सेना हमास के ठिकानों पर लगातार बमबारी कर रही है, जिसके चलते 400 से अधिक ठिकानों को तबाह कर दिया है. हमास द्वारा बंधक बनाए गए 250 इजरायली नागरिकों की रिहाई को लेकर सेना लगातार दबाव बना रही है. इस बीच हमास ने इजरायल के सामने बंधकों को छोड़ने की शर्त रखी है. हमास की सैन्य शाखा ने सोमवार को इजरायल पर कैदी अदला-बदली योजना के तहत गाजा में बंधक बनाए गए दर्जनों बंधकों को रिहा करने के संभावित कतर की मध्यस्थता वाले सौदे में देरी करने का आरोप लगाया है.
इस्लामी आंदोलन के सशस्त्र विंग के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने कहा, ‘कतरी मध्यस्थता ने इजरायली जेलों में बंद 200 फिलिस्तीनी बच्चों और 75 महिलाओं के बदले में 100 इजरायली बंधकों को रिहा करने के प्रयासों का नेतृत्व किया है.’ उन्होंने एक ऑडियो बयान में कहा, “हमने मध्यस्थों को सूचित किया कि अगर हम पांच दिन का संघर्ष विराम हासिल कर लें और पूरे गाजा पट्टी में हमारे सभी लोगों को सहायता पहुंचा दें तो हम बंधकों को रिहा कर सकते हैं, लेकिन दुश्मन टालमटोल कर रहा है.”
रविवार को, इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी मीडिया से कहा कि गाजा में बंधकों को मुक्त कराने के लिए एक समझौता हो सकता है, लेकिन उन्होंने कोई डिटेल नहीं दिया. इजरायली अधिकारियों का कहना है कि 7 अक्टूबर को जब गाजा पट्टी से हमास के आतंकवादियों ने इजरायल के साथ भारी सैन्यीकृत सीमा पर हमला किया, तो विदेशियों सहित लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया गया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. हमले के बाद, इजरायल ने गाजा में एक गहन बमबारी अभियान शुरू किया, जिसके बारे में हमास सरकार का कहना है कि इसमें 11,240 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक भी शामिल थे. इजरायल में राजनीतिक नेताओं और सेना प्रमुखों ने कहा है कि जब तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाता तब तक युद्धविराम नहीं होगा.
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