पीड़िता को खुद थाने लेकर पहुंचे ग्रामीण दोपहर ढाई बजे बयान दर्ज करके मेडिकल को भेजा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि थाने पर तैनात दो उप निरीक्षकों अंकित और पंतजलि ने आरोपित दारोगा का पक्ष लेत


घर में घुसे दारोगा ने किया लड़की से दुष्कर्म, पीट रहे थे लोग, तब आया सिपाही काल, बोला काम हो गया क्या! 

महिला पुलिस पीड़िता के बयान दर्ज करने उसके घर नहीं पहुंची

महिला पुलिस पीड़िता के बयान दर्ज करने उसके घर नहीं पहुंची। सोमवार सुबह स्वजन और ग्रामीण पीड़िता को खुद थाने लेकर पहुंचे। इसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया। दोपहर ढाई बजे पीड़िता के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने उसे मेडिकल के लिए भेजा।

ग्रामीणों ने मामले में दो दारोगा और एक आरक्षी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर बरहन-एत्मादपुर मार्ग पर शाम चार बजे तक जाम लगाए रखा। एसीपी द्वारा तहरीर लेकर जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीण मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने जाम तो खोल दिया, लेकिन धरने से नहीं उठे।

घर में जबरन घुसे दारोगा

युवती के स्वजन और ग्रामीणों राजेश शर्मा, अंशुमान ठाकुर, यतेंद्र धाकरे, भूपेंद्र सिंह, केदार सिंह, पप्पू, यश धाकरे, अंकुल धाकरे आदि का कहना था कि घर में जबरन घुसे दारोगा को रविवार की आधी रात को दबोच लिया था। अधिकारियों के पहुंचने पर उसे पुलिस काे सौंप दिया। इसके बाद पीड़िता का बयान दर्ज करा उसे चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेजने को थाने पर लगातार फोन मिलाते रहे। कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं आई। जबकि पीडिता का तत्काल चिकित्सीय परीक्षण होना चाहिए था। 

एसीपी सौरभ सिंह का कहना है कि तहरीर मिलते ही मुदकमा दर्ज किया गया। पीड़िता का बयान दर्ज करा उसे चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेजा गया।

 

दारोगा जी कर्मकांड हाे गया कि नहीं

दारोगा संदीप कुमार एक आरक्षी मुकल को लेकर गांव पहुंचा था। ग्रामीणों द्वारा पकड़ने पर दारोगा का मोबाइल पीड़िता के मकान में गिर गया। बताया जाता है कि आरक्षी ने आधी रात को दारोगा के मोबाइल पर फोन किया। पूछा दाराेगा जी काम हो गया कि नहीं, ग्रामीणों ने फोन पर ही जवाब दिया कि दारोगा को रंगे हाथों पकड़ लिया गया है, उसकी पिटाई की जा रही है, तुम भी आ जाओ। यह सुनते ही आरक्षी ने फोन काट दिया। ग्रामीणों का कहना था कि आरक्षी को पहले से सबकुछ पता था,उसके विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए।

सावन के महीने में मंदिर आई थी युवती, तभी से पीछ़े पड़ा था दारोगा

युवती के स्वजन ने बताया कि गांव में ही मंदिर है। युवती सावन के महीने में मंदिर पर नियमित पूजा करने जाती थी। सावन पर दारोगा संदीप कुमार की तैनाती इसी मंदिर पर थी। वह युवती को मंदिर में देखने के बाद से उसके पीछे पड़ा था।

युवती को एक बार जबरन अपना मोबाइल नंबर कागज पर लिख दिया। इसके बाद भी युवती ने कोई जवाब नहीं दिया तो वह बाजार आते-जाते पीछा करने लगा।अपने साथ बातचीत करने का दबाव बनाने लगा। युवती ने इसकी जानकारी स्वजन को दी, उन्होंने ध्यान नहीं देने की कहा।

इससे दारोगा का दुस्साहस बढ़ गया। उसने युवती के पिता से बातचीत करना आरंभ कर दिया। उनसे मिलने के बहाने युवती के गांव और घर के बाहर के चक्कर काटने लगा था। युवती के पिता किसान हैं,दारोगा के इरादों को भांप नहीं सके।

छेड़छाड़ में कार्रवाई नहीं होने की शिकायत पर हटा था

ग्रामीणाें का कहना है कि दारोगा संदीप कुमार पहले भी विवादों में रहा है।बरहन थाने के गांव गढ़ी हरपाल में दो महीने पहले मनचले ने एक युवती को दुकान पर से खींच लिया था। पीड़िता के स्वजन थाने पर शिकायत करने गए थे। उस समय वहां मौजूद संदीप कुमार ने कार्रवाई नहीं की थी। आरोप है कि दारोगा ने आरोपित पक्ष से 50 रुपये ले लिए थे। पीड़िता द्वारा इसकी शिकायत करने पर उसे हटाया गया था।

मिनट दर मिनट

  • रविवार रात 10:30 बजे: संदीप कुमार, अपने साथी सिपाही मुकुल के साथ पीड़िता के घर कि रेकी करने पहुंचा।
  • रात 11 बजे: पीड़िता के दरवाजा नहीं खोलने पर दरोगा ने दीवाल कूदकर घर में घुसकर धमकी देकर दुष्कर्म किया।
  • रात 11:30 बजे: पीड़िता के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने दारोगा को दबोचा।
  • रात 11:35 बजे: आरोपित दारोगा को ग्रामीणों ने खंबे से बांध्कर पीटा
  • रात 12:30 बजे: पुलिस आरोपित संदीप को ग्रामीणों से मुक्त करा थाने पर लेकर आई।
  • सोमवार सुबह 9 बजे: थाना प्रभारी कुलदीप सिंह पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे।
  • सुबह 10:30 बजे: पीड़िता की ओर से आरोपित दारोगा के विरुद्ध तहरीर दी गई।
  • सुबह 11 बजे: बड़ी संख्या में ग्रामीण पीड़़िता काे लेकर थाने पहुंचे। दारोगा पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया।
  • दोपहर 11:30 बजे: आरोपित दारोगा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।
  • दोपहर 2 बजे: पीड़िता के बयान दर्ज किए गए।
  • दोपहर 2:30 बजे: पीड़िता को चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेजा गया।
  • दोपहर 2:45 बजे: ग्रामीणों ने पीड़िता के स्वजन को धमकी देने वाले दाे उप निरीक्षकों और आरक्षी मुकुल पर भी अभियोग दर्ज करने को लेकर बरहन-एत्मादपुर मार्ग पर जाम लगा प्रदर्शन किया।
  • दोपहर 3:30 बजे: पुलिस फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची।मौके पर मिली कई आपत्तिजनक चीजों को एकत्रित किया। 

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