देवढी। सोलर पंप खराब होने से पानी के लिए भटक रहे ग्रामीण, बार-बार शिकायत के बाद भी अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान।


देवढी। सोलर पंप खराब होने से पानी के लिए भटक रहे ग्रामीण, बार-बार शिकायत के बाद भी अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान।

सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत देवढी में लगभग 1 माह से सौर ऊर्जा खराब हो गई है। और ग्रामीणों के बार-बार शिकायत करने पर भी अधिकारी कर्मचारियों ने इस पर कोई ध्यान ही नहीं दे रही है।

ग्रामीण पानी के लिए दूर-दूर से लाकर अपना काम चला रहे हैं। सौर ऊर्जा सोलर पंप के द्वारा लगभग 10 घरों में पानी का सप्लाई किया जाता है और सोलर पंप खराब होने से आज पानी के लिए मोहल्ले के ग्रामीण दर-दर भटक रहे हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि एक बार अधिकारियों ने आकर सौर ऊर्जा में लगे पंप को निकाल कर  ले गए थे। और उसी पंप को बिना रिपेयरिंग किए लाकर लगाए तब पानी नहीं निकला था।

फिर से उसी पंप को क्रेडा विभाग के कर्मचारीयों ने बनवाने के लिए ले गए। इसके बाद क्रेडा विभाग के अधिकारी कर्मचारी को बार-बार फोन करने पर भी वह नहीं बना रहे हैं। 

जिससे आज ग्रामीण आसपास के कुवा दूर-दूर से पानी लाकर पी रहे हैं
ग्रामीणों ने कई बार क्रेडा विभाग के अधिकारियों को फोन किया परंतु आजकल करके लगभग 1 महीने तक टालमटोल कर रहे हैं।

सौर ऊर्जा मैं लगे बड़े टंकी भी लगभग 1 वर्ष से फुट गया है जिससे टंकी में पानी भरने से पानी टपकता रहता है। जिसकी सूचना भी ग्रामीणों ने कई बार विभाग को दे चुकी है। 

फिर भी आज दिवस तक टंकी लगवाने में क्रेडा विभाग असफल रही। और अब सोलर पंप खराब होने पर अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे ग्रामीण परेशान हो गई है।

ग्रामीणों का कहना है कि जल्द से जल्द अगर पंप नहीं लगाया गया तो हम प्रक्रिया आगे बढ़ाएंगे।

छत्तीसगढ़ सूरजपुर जिले से सुरेश विश्वकर्मा की रिपोर्ट

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Related Tags:

 

Leave a Comment:

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।