श्रीकृष्ण भास्कर सह संपादक अब तक न्याय न्यूज आपको अवगत कराते चलें कि


सी जी एन पी जी कॉलेज गोला गोकर्णनाथ-खीरी में आज दिनांक 08 अगस्त, 2025 को प्राचार्य प्रो.पंकज सिंह के कुशल मार्गदर्शन में ’’काकोरी ट्रेन एक्शन’’ दिवस की पूर्व संध्या पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  काकोरी ट्रेन एक्शन की शताब्दी वर्ष पर महाविद्यालय में इस संगोष्ठी का आयोजन राजनीतिशास्त्र विभाग की ओर से किया गया। जिसमे महाविद्यालय के प्रवक्ताओं ने अपने विचार छात्र/छात्राओं के मध्य साझा किये।
इस अवसर पर डाॅ. राकेश कुमार अग्रहरि ने काकोरी ट्रेन एक्शन के मुख्य नायक रहे राम प्रसाद विस्मिल के जीवन एवं उनके समाज के प्रति दृष्टिकोण को रेखांकित किया। डाॅ. गौरव अवस्थी ने काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े क्रांतिकारियों के विचारों से अवगत कराते हुए कहा कि ककोरी का इतिहास भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन में प्रमुख स्थान रखता है। काकोरी कांड स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक चिर स्मरणीय स्वर्णिम घटना है। डाॅ. विकास चैरसिया, डाॅ. अनिल कुमार ने भी छात्र/छात्राओं के मध्य अपने विचार साझा किये और बताया कि यह घटना 9 अगस्तए 1925 को शाहजहांपुर से लखनऊ आ रही ट्रेन में जा रहे अंगे्रजी सरकारी खजाने को काकोरी में हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन के क्रांतिकारियों ने देश हित के लिए जबरन ले लिया था। इस घटना को अंजाम देने वालों में राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्लाह खान, राजेंद्र लाहिड़ी,  मुकुंदी लाल, बनवारी लाल , चंद्र शेखर आज़ाद, रोशन सिंह सहित नौ क्रांतिकारी शामिल थे। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. प्रमोद कुमार ने की। मंच संचालन डाॅ. विश्वनाथ ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. गौरव अवस्थी ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र/छात्राएं, शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। ब्यूरो रिपोर्ट धम्म चेतना न्यूज़ लखीमपुर खीरी ।

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Related Tags:

 

Leave a Comment:

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।