राजेश कुमार सिद्धार्थ ने महिलाओं के अधिकारों के लिए आंदोलन किया और उनके उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई।


1. पत्रकारों के अधिकारों के लिए आंदोलन: उन्होंने पत्रकारों के अधिकारों के लिए आंदोलन किया और उनके उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई।

2.दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए आंदोलन: राजेश कुमार सिद्धार्थ ने दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए आंदोलन किया और उनके उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई।

3.किसानों के अधिकारों के लिए आंदोलन: उन्होंने किसानों के अधिकारों के लिए आंदोलन किया और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए काम किया।

4.संविधान और अंबेडकर के विचारों के प्रचार के लिए आंदोलन: राजेश कुमार सिद्धार्थ ने संविधान और अंबेडकर के विचारों के प्रचार के लिए आंदोलन किया और लोगों को इसके महत्व के बारे में जागरूक किया।

5.भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन: उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन किया और इसके खिलाफ आवाज उठाई।

6.शिक्षा और स्वास्थ्य के अधिकारों के लिए आंदोलन: राजेश कुमार सिद्धार्थ ने शिक्षा और स्वास्थ्य के अधिकारों के लिए आंदोलन किया और लोगों को इन अधिकारों के महत्व के बारे में जागरूक किया।

7.अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अधिकारों के लिए आंदोलन: उन्होंने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अधिकारों के लिए आंदोलन किया और उनके उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई।

8.महिलाओं के अधिकारों के लिए आंदोलन: राजेश कुमार सिद्धार्थ ने महिलाओं के अधिकारों के लिए आंदोलन किया और उनके उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई।

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