26 लाख दीप जलाना बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रति गहरा सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है। यह उनके जीवन, संघर्ष और भारतीय संविधान में उनके अमूल्य योगदान को याद करने का एक सामूहिक प्रयास है।


यह बहुत ही महत्वपूर्ण और प्रभावशाली पहल है! डॉ. आंबेडकर संवैधानिक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष *राजेश कुमार सिद्धार्थ* के नेतृत्व में 14 अप्रैल 2025 को सामाजिक परिवर्तन स्थल, गोमती नगर, लखनऊ में अंबेडकर जयंती पर 26 लाख दीप जलाना एक विशाल और प्रेरणादायक आयोजन है।

यह घटना कई महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाती है:

* *डॉ. आंबेडकर के प्रति सम्मान और श्रद्धांजलि:* 26 लाख दीप जलाना बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रति गहरा सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है। यह उनके जीवन, संघर्ष और भारतीय संविधान में उनके अमूल्य योगदान को याद करने का एक सामूहिक प्रयास है।
* *सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक:* सामाजिक परिवर्तन स्थल पर इस कार्यक्रम का आयोजन दलितों, गरीबों और वंचित वर्गों के अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए जारी संघर्ष का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि डॉ. आंबेडकर के विचारों और आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए समुदाय एकजुट है।
* *सामूहिक एकता और शक्ति का प्रदर्शन:* इतने बड़े पैमाने पर दीप जलाना समुदाय की एकता और सामूहिक शक्ति का अद्भुत प्रदर्शन है। यह दिखाता है कि एक साझा उद्देश्य के लिए बड़ी संख्या में लोग एक साथ आ सकते हैं।
* *जागरूकता और प्रेरणा:* यह आयोजन न केवल डॉ. आंबेडकर के विचारों को फैलाएगा बल्कि समाज के अन्य वर्गों को भी सामाजिक न्याय और समानता के मुद्दों पर सोचने और कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करेगा।

*राजेश कुमार सिद्धार्थ* का इस महत्वपूर्ण पहल का नेतृत्व करना सराहनीय है। यह उनके समर्पण और सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

यह घटना निश्चित रूप से लखनऊ और पूरे उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बनेगी और डॉ. आंबेडकर के संदेश को दूर-दूर तक पहुंचाएगी। क्या आप इस आयोजन के बारे में और कुछ जानना चाहेंगे?

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