तीन मासूमों का कत्ल कर मां ने दी जान: हंसी-खुशी जीवन बिताने की कोशिश हुई नाकाम, प्रतापगढ़ केस की इनसाइड स्टोरी प्रतापगढ़ से हृदय विदारक घटना सामने आई। शनिवार की रात नशेड़ी पति की मारपीट से परेशान महिला ने डेढ़ साल के तीन बच्चों की हत्या कर दी, फिर खुद ने भी फांसी लगा ली।
पति की गलत प्रवृत्ति के बाद भी दुर्गेश्वरी अपने बेटे रौनक, बेटी उजाला, लक्ष्मी और सास सुनीता के साथ हंसी खुशी जीवन व्यतीत करने की कोशिश करती रही। शुक्रवार को दिन भर तीनों बच्चों को दादी सुनीता दुलारती रही। लेकिन 12 घंटे के भीतर ही रौनक के बिना घर का आंगन सूना हो गया था। लक्ष्मी व उजाला की किलकारी भी सदा के लिए खामोश हो चुकी थी। मासूम बच्चों संग बहू का शव देख सास-ससुर दहाड़ मारकर रोते रहे। आसपास के लोगों के आंसू भी नहीं थम रहे थे।
हृदय विदारक घटना के बारे में सुनकर आसपास के गांव संग कटरामेदनीगंज नगर पंचायत के लोग भदोही पहुंचते रहे। भारी भीड़ जुटती देख मानधाता, रानीगंज और कोतवाली देहात की फोर्स मौके पर बुला ली गई।
घटना के बाद बिलखते परिजन। - फोटो : संवाद।
जब साड़ी से गला कसने लगी सुनीता सीआरपीएफ से दरोगा के पद से सेवानिवृत्त राम बरन के दो बेटियां ममता और नेहा हैं। शनिवार को घटना की जानकारी मिलने पर छोटी बेटी नेहा रोते-बिलखते घर पहुंची। अपनी भाभी और बच्चों का शव देखने के लिए रोती रही। बेटी को सामने देख सुनीता बोल पड़ी कि अब वह जीकर क्या करेगी। साड़ी से अपना गला कसने लगी। किसी तरह महिला सिपाही और आसपास के लोगों ने उसे संभाला। पति रामबरन उसे समझाते हुए बोल पड़ा कि वह कैसे जिंदा रहेंगे।
प्रतापगढ़। - फोटो : संवाद
बहन बोली- जीजा को फांसी पर लटकाया जाए दुर्गेश्वरी और बच्चों के मौत की खबर सुनने केहो भी बाद मायके से पिता जगदंबा प्रसाद, पत्नी पुष्पा, बेटी राजेश्वरी, छोटी बेटी लवली व बेटे भाष्कर और चंद्रशेखर के साथ मॉर्चरी पहुंचे, जहां बच्चों व बहन का शव देख लवली रोते हुए आरोपी (जीजा) को फांसी पर लटकाने की मांग करती रही।
तीनों मासूम बच्चों के फाइल फोटो - फोटो :
प्रतापगढ़ के भदोही में रामबरन के घर तीन बच्चों की किलकारियां सदा के लिए शांत हो गई। बहू भी नहीं रही। शनिवार को घर से केवल रोने-चीखने आवाजें आ रही थीं। वजह उनका बेटा है, जिसकी जिंदगी बनाने में उन्होंने क्या नहीं किया। अच्छी शिक्षा दिलवाने की कोशिश की, लेकिन वह पढ़ नहीं पाया। नशे का आदी हो गया। सोचा शादी कर दें, अपना परिवार होगा तो सुधर जाएगा। पर दुर्भाग्य ने साथ नहीं छोड़ा।
दुर्गेश्वरी का फाइल फोटो - फोटो :
सीआरपीएफ से दरोगा के पद से सेवानिवृत्त रामबरन का इकलौते बेटे संदीप की शादी 10 नवंबर 2022 को अंतू के मवैया टिकई का पुरवा की रहने वाली दुर्गेश्वरी से की थी। 17 अगस्त 2023 को प्राइवेट अस्पताल में दुर्गेश्वरी ने तीन बच्चों को एक साथ जन्म दिया। एक माह तक तीनों बच्चों को आईसीयू में रखना पड़ा था। रामबरन ने बच्चों के इलाज में 20 लाख से अधिक रुपये भी खर्च किए। काफी दिनों तक कोमल मायके में ही रही। दो माह पहले वह मायके से ससुराल आई थी।
बच्चों और महिला की फाइल फोटो - फोटो :
बहू और बच्चों का उठाते थे खर्च रामबरन भले ही अपने इकलौते बेटे संदीप की करतूत से टूट चुके थे। अलग रहते थे लेकिन पत्नी सुनीता संग बहू और बच्चों को कोई दिक्कत न हो। इसलिए उनका खर्च उठाते थे। पड़ोसी जया का कहना है कि हर दिन दूध व राशन का प्रबंध हर माह करते थे। बहू व पत्नी को रुपये भी दिया करता था। जिसे संदीप जबरन ले लेता था।
भाभी और बच्चों का शव देखती बुआ - फोटो
प्रतापगढ़ में तीन बच्चों को फंदे पर लटका कर खुद भी झूल गई मां प्रतापगढ़ के कोतवाली देहात के भदोही गोविंदपुर में शनिवार की रात नशेड़ी पति की मारपीट से आजिज आकर डेढ़ साल के तीन बच्चों को फंदे पर लटका कर मां ने भी फांसी लगा ली। एसपी डॉ. अनिल कुमार घटना की तहकीकात करने मौके पर पहुंचे। मृतका के पिता ने दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनकी तहरीर पर सास-ससुर को हिरासत ले लिया गया है। पति फरार है।
मौके पर पुलिस और भीड़ - फोटो :
आरोपी संदीप की नशाखोरी से पूरा परिवार परेशान था। पिता भदोही गोविंदपुर निवासी रामबरन सीआरपीएफ में दरोगा थे। बेटे की हरकतों की वजह से ही सेवानिवृत्ति के बाद कटरामेदनीगंज में किराए के मकान में रहते हैं। उनकी पत्नी सुनीता के अनुसार शुक्रवार की शाम करीब सात बजे संदीप नशे में घर पहुंचा। बच्चों को दुलारने के दौरान पत्नी दुर्गेश्वरी उर्फ कोमल (26) से कहासुनी हो गई। इस पर संदीप ने उसे कई थप्पड़ जड़ दिए। सुनीता बीच-बचाव को पहुंचीं तो उनके साथ भी मारपीट की।
विलाप करते परिजन - फोटो :
रात 12 बजे तक विवाद व मारपीट होती रही। रात में बहू को बच्चों संग उसके कमरे में भेजने के बाद सुनीता ने संदीप को दूसरे कमरे में बंद कर दिया और खुद बरामदे में सो गईं। शनिवार सुबह करीब सात बजे सुनीता सोकर उठीं। बहू को आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका में दरवाजा पीटने लगीं। धक्का देने पर दरवाजा खुला तो दुर्गेश्वरी, बेटी लक्ष्मी, उजाला और बेटे रौनक के शव फंदे पर लटकते मिले। चीखते हुए भागीं और संदीप को बताया। लेकिन लटकते शव को देखकर वह भाग निकला।
महिला से पूछताछ करती पुलिस - फोटो :
चार मौत की खबर पर इलाके में सनसनी फैल गई। थानाध्यक्ष अभिषेक सिरोही, सीओ सिटी शिवनारायण, एएसपी पूर्वी दुर्गेश सिंह मौके पर पहुंचे। कुछ देर बाद एसपी डॉ. अनिल कुमार भी पहुंच गए। मौके पर जानकारी जुटाकर पुलिस रामबरन को लेकर थाने चली गई। मृतका के पिता अंतू के मवैया टिकई का पुरवा निवासी जगदंबा के अनुसार बेटी दुर्गेश्वरी उर्फ कोमल की शादी संदीप से 10 नवंबर 2022 को हुई थी।
तीन बच्चों की हत्या कर मां ने लगाई फांसी - फोटो
बेटी के तीनों बच्चे एक-साथ ही पैदा हुए थे। शादी के बाद से ही दुर्गेश्वरी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। पति और सास-ससुर उसे मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करते थे। कोतवाली देहात के थानाध्यक्ष अभिषेक सिरोही ने बताया कि मृतका के पिता जगदंबा की तहरीर पर पति संदीप उर्फ तेजा, सास सुनीता व ससुर रामबरन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। सास व ससुर हिरासत में हैं।
दुर्गेश्वरी देवी। फाइल फोटो - फोटो : संवाद।
एक साड़ी से दोनों बेटियों को, दूसरी से बेटे संग लगाई थी फांसी दुर्गेश्वरी में जिस कमरे में फांसी लगाई, वहां जमीन पर बिस्तर बिछा था। पाइप की अरगनी के सहारे बेटी लक्ष्मी व उजाला को सफेद रंग की साड़ी से फांसी लगाई। लाल रंग की साड़ी से बेटे रौनक को पंखे के हुक से लटकाने के बाद स्टूल के ऊपर चढ़कर खुद फांसी लगाई।
नशेड़ी प्रवृत्ति के पति ने रात में पत्नी के साथ मारपीट की थी। घरेलू कलह में उसने ने मासूम बच्चों संग आत्महत्या की है। फरार पति की तलाश की जा रही है ।
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