अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान हादसे से हाहाकार मचा हुआ है. इस हादसे के बीच अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक का बड़ा बयान आया है. उन्होंने बताया कि पुलिस को सीट 11ए पर एक जीवित व्यक्ति मिला और उसका इलाज चल रहा है.


वो कहते हैं न ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’, कुछ ऐसा ही अहमदाबाद प्लेन क्रैश में हुआ है. गुरुवार को एयर इंडिया का विमान उड़ान भरने के साथ ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. अब अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे में एक व्यक्ति के जिंदा रहने की खबर मिली है. एएनआई से बातचीत करते हुए अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने कहा, “पुलिस को सीट 11ए पर एक जीवित व्यक्ति मिला. उसका इलाज चल रहा है. अभी तक मौतों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि विमान आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ.”

 

हादसे में जीवित व्यक्ति का नाम रमेश विश्वास कुमार है. 40 वर्षीय इस यात्री का इलाज अहमदाबाद के असरवा स्थित सिविल अस्पताल में चल रहा है. विश्वाश, जिनके सीने, आंखों और पैरों पर चोटें आईं हैं. उन्होंने बताया कि उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद, एक जोरदार आवाज हुई और फिर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

जब उठा था, तो चारों ओर बिखरी थी लाशें

चालक दल के सदस्यों सहित 242 लोगों को लेकर गैटविक जाने वाले एयर इंडिया के विमान-बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर ने गुरुवार को दोपहर 1.39 बजे उड़ान भरी और कुछ ही मिनटों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और आग की लपटों में घिर गया. एयर इंडिया ने कहा कि 230 यात्रियों में से 169 भारतीय नागरिक थे, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई यात्री हैं.

 

Boarding Pass

हादसे में जीवित बचे यात्री का बोर्डिंग पास.

रमेश विश्वाश कुमार ने बताया कि जब मैं उठा, तो मेरे चारों ओर शव पड़े थे. मैं डर गया. मैं खड़ा हुआ और भागा. मेरे चारों ओर विमान के टुकड़े पड़े थे.

ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुछ दिनों के लिए अपने परिवार से मिलने भारत आए थे और अपने भाई अजय कुमार रमेश (45) के साथ वापस यूके जा रहे थे. विश्वाश, जिनके पास अभी भी उनका बोर्डिंग पास था, ने बताया, “जब मैं उठा तो मेरे चारों ओर लाशें पड़ी थीं. मैं डर गया. मैं खड़ा हुआ और भागा. मेरे चारों ओर विमान के टुकड़े थे. किसी ने मुझे पकड़ लिया और एम्बुलेंस में डालकर अस्पताल ले गया.”

20 साल से लंदन में रह रहे हैं विश्वाश

रमेश विश्वाश कुमार ने कहा कि वह 20 साल से लंदन में रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी और बच्चा भी लंदन में रहते हैं. उन्होंने कहा कि उनके भाई अजय विमान में अलग पंक्ति में बैठे थे. उन्होंने कहा, “हम दीव गए थे. वह मेरे साथ यात्रा कर रहे थे और अब मैं उन्हें नहीं ढूंढ पा रहा हूं. कृपया उन्हें खोजने में मेरी मदद करें.”

अस्पताल में दूसरी जगह, एयर इंडिया के विमान में सवार यात्रियों के परिवार और दोस्त अपने परिजनों की तलाश कर रहे थे. परिजन अपने-अपने रिश्तेदारों को खोज रहे हैं.

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