कांग्रेस नेता अजय राय ने उत्तर प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार जनता से झूठ बोल रही है. सरकार ने महाकुंभ में मौनी अमावस्या को हुई भगदड़ में मृतकों की संख्या को लेकर जनता से सच छुपा रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने राम नगरी अयोध्या को मदिरामय बना दिया है.


कांग्रेस नेता अजय राय ने प्रेस कांफ्रेंस कर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि योगी सरकार जनता को बेवकूफ बना रही है. उन्होंने महाकुंभ मेले में भगदड़ में मारे गए लोगों के बारे में और अयोध्या में शराब की दुकानों को लेकर यूपी सरकार घेर लिया.

 

कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार जनता को सच ही नहीं बताना चाहती. उन्होंने कहा कि कुंभ मेले में हुई मौतों को लेकर सरकार आंकड़े छुपा रही है. इसके आगे उन्होंने कहा सरकार ने राम की नगरी अयोध्या को मदिरामय बना दिया है. उन्होंने कहा कि गेरवा रंग पहनकर ये देश की जनता से झूठ बोल रही है.

 

 

राम नगरी बनी मदिरामय

राय ने सरकार को घेरते हुए कहा कि अयोध्या भगवान राम की नगरी है और श्रीराम के नाम पर जाम बेचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में नगर निगम कार्यसमिति ने 1 मई 2025 को 13 किमी के रास्ते पर पहले शराब को प्रतिबंधित कर दिया था. लेकिन एक रिपोर्ट में साफ दिख रहा है कि अब वहां शराब की कई दुकानें खोल दी गयी है. इसके आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले दिखावा करने के लिए शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया और अब वही सरकार शराब से पैसे कमा रही है. पूरी अयोध्या नगरी को मदिरामयी बना दिया है. ये सबके माथे पर कलंक है.

 

 

महाकुंभ में हुई मौतों को छुपा रही सरकार

राय ने कहा कि महाकुंभ भगदड़ में मौनी अमावस्या को कितनी मौतें हुई, इसको लेकर सरकार चुप है. उन्होंने कहा सरकार ने जितनी मौते बताई है, उससे कई गुना ज्यादा मौते हुई हैं. प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने महाकुंभ भगदड़ की बीबीसी पड़ताल का वीडियो दिखाते हुए कहा कि कुंभ में मारे गये लोगों के आंकड़ों पर नयी रिपोर्ट आयी है. सरकार ने मौत के अभी तक कोई आँकड़े नहीं जारी किये हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से जो भी बताया गया वो भी झूठ बताया गया और जनता से सच छुपाया गया है. उन्होंने कहा कि अब समाचार चैनलों के माध्यम से जानकारी आ रही है कि 82 लोगों की मौत हुई है.

मुआवजे को लेकर सरकार को घेरा

कांग्रेस नेता ने कहा कि महाकुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों में सरकार ने 36 लोगों को 25-25 लाख रुपए दिए, 26 लोगों को 5-5 लाख रुपए दिए. उन्होंने कहा कि मुआवजा का पैसा मृतक के परिजनों को DM और तहसील के लोग देते हैं, लेकिन सरकार ने पैसे पुलिस से दिलवाए, जो कि अपने आप में बड़ा सवाल है. इसके आगे उन्होंने कहा कि बाकी के 19 परिवारों को सरकार की तरफ से कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई क्योंकि उनके शवों को लावारिस घोषित कर जला दिया गया था.

RSS के पूर्व विचारक के मृत भाई को बताया लावारिस

राय ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात यह है कि सरकार आरएसएस के पूर्व विचारक के छोटे भाई की मौत को लावारिस सूची में डाल दिया. RSS के पूर्व विचारक केएन गोविंदाचार्य के छोटे भाई केएन वासुदेवाचार्य का के शव का वाराणसी में लावारिस तरीके अंतिम संस्कार कराया. इसके आगे उन्होंने कहा कि ऐसे कई मामले मीडिया रिपोर्ट में सामने आए हैं, जिससे पता चलता है कि सरकार जनता से कितना झूठ बोल रही है.

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