ओड़िशा


रायगढ़ जिला मृदा संरक्षण एवं जलग्रहण परियोजना के अंतर्गत मनरेगा में विभिन्न वृक्षारोपण एवं तालाब खुदाई में भ्रष्टाचार के संबंध में सतर्कता विभाग में शिकायतें दर्ज की गई हैं। काशीपुर ब्लॉक की समग्र प्रगति एवं विकास हेतु एकता मंच का गठन किया गया।  एकता मंच की अध्यक्ष जयंती महानंदिया ने प्रेस वार्ता आयोजित कर काशीपुर प्रखंड में जलछाया परियोजना में हुए घोटाले के बारे में विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति जारी की। उन्होंने बताया कि सतर्कता विभाग जलापूर्ति क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रहा है। पहले दिन एडिशनल एसपी अनंत कुमार मलिक के नेतृत्व में तीन टीमों ने काशीपुर ब्लॉक में जांच शुरू की। काशीपुर ब्लॉक में लिम्दा, चंद्रगिरि, रॉयलपेट, मंडिबिसी और सुरुगुंजा, तालझिरी, कोडिपारी, चंद्रगिरि, ओडझोर, मायकांच, काशीपुर, सिंदुर घाटी, मुनसागांव, नुआगांव, डेंगासिली, गारखपुर शामिल हैं। खुरीगांव संकरदा में 21 ग्राम पंचायतों के क्षेत्र में जांच शुरू की गई थी। सुनने में आया है कि सतर्कता जांच की पूर्व सूचना मिलने पर ब्लॉक के कुछ हिस्सों में रातों-रात तालाब खोद दिए गए। जिसके चलते सतर्कता अधिकारी द्वारा गुप्त रूप से तालाब खुदाई स्थल का सर्वे कराया जा रहा है। जांच के लिए अधिक सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि काशीपुर ब्लॉक के निचली झिरी क्षेत्र में जलाच्या परियोजना के आदिवासी लाभार्थी कुमार जेई पखोरी ने खनन को लेकर उन्हें धमकी और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए प्रताड़ित किया है। वर्तमान में जलदाय विभाग के कर्मचारी और दलाल लाभार्थियों से भूमि प्रमाण पत्र, आधार कार्ड फोटो आदि दस्तावेज एकत्र करते नजर आ रहे हैं। रायागड़ पुरुतान पीडी दयानिधि बाग के  मंत्री  के साथ एक समझौते पर बातचीत कर रहे हैं, जो रायगड़ा शहर में चर्चा का विषय बन गया है। जनता ने इस बात पर असंतोष व्यक्त किया है कि सतर्कता विभाग की छापेमारी तो जारी है, लेकिन अभी तक किसी भी घोटालेबाज के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया है।
(चितरंजन नायक

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