महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने संजय राउत की एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर की गई टिपप्णी की निंदा की. साथ ही नीलम गोरे के उद्धव की पार्टी पर पद के बदले मर्सिडीज लेने के आरोप पर भी बात की. उन्होंने कहा कि टिकट पार्टी कार्यकर्ताओं को नहीं बल्कि दूसरों को बांटे गए, ऐसी चीजें म


महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने सोमवार को विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत की एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर टिप्पणी की निंदा की. उन्होंने शिवसेना नेता नीलम गोरे के उद्धव की पार्टी पर पद के बदले मर्सिडीज के आरोपों का भी जवाब दिया. संजय शिरसाट ने नीलम गोरे का समर्थन करते हुए कहा कि ये मर्सिडीज से भी बड़ी चीजें हैं. टिकट पार्टी कार्यकर्ताओं को नहीं बल्कि दूसरों को बांटे गए, ऐसी चीजें मुफ्त में नहीं होती हैं.

 

मंत्री संजय शिरसाट ने संजय राउत की शरद पवार पर टिप्पणी को लेकर उद्धव गुट पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ईडी ने शरद पवार को नोटिस दिया था, तब आप (उद्धव गुट) कहां थे? जब चीजें आपके खिलाफ जाती हैं, तो क्या आपको लोगों के समर्थन की जरूरत होती है? आपने उनके कंधों पर सरकार बनाई, लेकिन उनके कार्यकाल में उनका फोन तक नहीं उठाया. शिरसाट ने कहा कि संजय राउत द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द स्वीकार्य नहीं हैं.

शरद पवार पर क्या बोले राउत, जिससे मचा हंगामा?

दरअसल, पिछले हफ्ते एनसीपी (एसपी) चीफ शरद पवार ने दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की जमकर तारीफ की और उन्हें महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया. वहीं, इसको लेकर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने शिंदे के साथ शरद पवार को भी निशाने पर ले लिया.

 

राउत ने कहा कि, ‘शरद पावर को इस सम्मेलन में शामिल नहीं होना चाहिए था. जिन लोगों ने महाराष्ट्र को तकलीफ में डाला है, जिन्हें हम महाराष्ट्र का दुश्मन मानते हैं. देशद्रोहियों को ऐसा सम्मान देना महाराष्ट्र की अस्मिता पर आघात है. शरद पवार ने शिंदे का नहीं बल्कि महाराष्ट्र का बंटवारा करने वाले अमित शाह का भी अभिनंदन किया. दिल्ली में आपकी राजनीति हम समझते हैं.’

हालांकि, इस टिप्पणी के कुछ दिन बाद संजय राउत ने एक अन्य कार्यक्रम में शरद पवार के साथ मंच साझा किया. जहां उन्होंने शरद पवार की जमकर तारीफ की. इस दौरान उन्होंने शरद पवार की तुलना मराठा सेनापति महादजी शिंदे से की. उन्होंने कहा, ‘शरद पवार हमारे विरोधी नहीं हैं. वह कभी हमारे दुश्मन नहीं रहे. वह हमारे मार्गदर्शक और हमारे नेता हैं.वह हमारे महादजी शिंदे हैं.’

‘अविभाजित शिवसेना पद के बदले मर्सिडीज लेती थी’

वहीं, शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि शरद पवार पर संजय राउत द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द अस्वीकार्य है. यह सिर्फ हम ही नहीं, बल्कि कई नेताओं ने वही कहा है जो आज नीलम ताई ने कहा है. वहीं, पद के बदले मर्सिडीज वाले बयान पर कहा, ‘सिर्फ मर्सिडीज की बात नहीं है, मर्सिडीज से भी बड़ी बातें हैं. राज ठाकरे ने भी कहा था कि उन्हें खोखा नहीं, बल्कि कंटेनर चाहिए, उस पर जवाब क्यों नहीं दिया गया?

शिंदे गुट की नेता नीलम ताई ने आरोप लगाया था कि अविभाजित शिवसेना में पद के बदले मर्सिडीज देने को कहा जाता था. पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को मर्सिडीज देने पर बड़े पद मिलते हैं. इस आरोप पर खुद उद्धव ठाकरे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो विश्वासघात करने वालों की बात नहीं करते हैं. उन्होंने पूछा कि हमने उन्हें चार बार विधायक बनाया. उन्हें डिप्टी स्पीकर बनाया. तो क्या उन्होंने हमें आठ मर्सिडीज दीं? हमें कितनी मर्सिडीज मिलीं? उनसे पूछना चाहिए.

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