पद्मपुर ब्लॉक अंतर्गत जगमंदा पहाड़ी पर दक्षिण ओडिशा पचिका एवं सहागिका महा संघ की ओर से ब्लॉक स्तरीय बैठक आयोजित की गई है। उक्त बैठक में जिला सलाहकार तिरुपति गमांग केंद्र एवं पार्वती शबर ने कहा कि राज्य सरकार मजदूरों की आलोचना कर रही है और पचिका एवं आगिका मनकोंग की समस्याओं का समाधान नहीं कर मजदूरों का मजाक उड़ा रही है. इसलिए, नवंबर में भुवनेश्वर विधान सभा के समक्ष अनिश्चितकालीन प्रस्ताव रखने का निर्णय लिया गया है। पचिका और सहगिका मनकुंग को सरकारी कर्मचारी का दर्जा और 26 हजार रुपये का मासिक भुगतान किया जाएगा, पचिका और सहगिका मनकुंग को हर महीने के पहले सप्ताह में भुगतान किया जाएगा। केंद्र सरकार की दिसंबर 2009 से 2017 तक की घोषणा पर राज्य सरकार दिसंबर तक बकाया वेतन का 40% भुगतान करे, स्कूल बंद होने, स्कूल विलय के कारण छूटे हुए सभी पचिका को रोजगार की गारंटी दे, 966 और 14379 प्राथमिक खोले बच्चों की कम संख्या के कारण बंद किये गये विद्यालयों को अविलंब रोजगार उपलब्ध करायें, पचिकाओं को 10 माह के स्थान पर 12 माह का भुगतान करें, साथ ही मई एवं जून 2022 माह में काम करने वाले सभी पचिकाओं के वेतन में भी वृद्धि करें सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष करना तथा पचिकाओं को 60 वर्ष की आयु के बाद सेवानिवृत्ति देना, उन्हें मध्याह्न कार्य के अलावा अन्य कार्य में संलग्न होने से रोकना, पचिकाओं को छुट्टी लेने का प्रावधान करना, वेतन के साथ मातृत्व अवकाश की व्यवस्था करना, मध्याह्न कार्य सौंपना बंद करना -अक्षय पान और नंदी फाउंडेशन जैसे निजी संगठनों को दिन का भोजन, पिछले 4 वर्षों के बकाए के साथ प्रति वर्ष दो हाफ साड़ी के साथ पचिकाएं प्रदान करना, सामाजिक सुरक्षा, बीमा, नियुक्ति की तारीख से विभिन्न स्कूलों में नई भर्ती होने वाली पचिकाओं का भुगतान करना , श्रमिकों, कर्मचारियों के विरोध के खिलाफ श्रम संहिता को रद्द करें, मध्याह्न भोजन और पितृत्व सहायता के लिए केंद्र और राज्य सरकार के बजट में आवश्यक व्यय प्रदान करें और छात्रों के लिए भोजन की प्रति व्यक्ति लागत में वृद्धि करें, नई शिक्षा नीति 2020 को रद्द करें।
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