आपसी रंजिश के चलते दबंगो ने युवक को मारकर उतारा मौत के घाट,
आपसी रंजिश के चलते दबंगो ने युवक को मारकर उतारा मौत के घाट,
सर्वे कार्य में हीलाहवाली, अब भी कई घरों तक नहीं पहुँचा सर्वे दल मध्य प्रदेश जिला कटनी
सर्वे कार्य में हीलाहवाली, अब भी कई घरों तक नहीं पहुँचा सर्वे दल
मध्य प्रदेश जिला कटनी
बाढ़ से प्रभावित हुए जिन ग्रामीणों को नुकसान पहुँचा है। प्रशासन ने टीम का गठन कर सर्वे करने के आदेश जारी किए गए हैं। लेकिन सर्वे टीम में शामिल कर्मचारियों द्वारा धीमी गति से सर्वे कार्य किया जा रहा है। कई ऐसे लोग भी है, जिनके यहाँ तक अभी सर्वे दल नहीं पहुँचा है। ढीमरखेड़ा में अभी तक 50 प्रतिशत सर्वे का काम भी नहीं हो सका।हालांकि पटवारियों का दल सर्वे कार्य में जुटा है।घुघरी गांव की ममता बाई चौधरी, कमलेश चौधरी ने बताया कि बाढ़ से मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। दूसरे की परछी में गुजारा कर रहे हैं। सर्वे टीम आज तक घर नहीं पहुँची है। परसवारा निवासी भारत बर्मन ने बताया कि उनका मकान डूब में आ गया था, सर्वे दल अब तक नहीं पहुँचा है। ऐसे कई लोग हैं जिनके यहाँ अब तक पटवारियों का दल नहीं पहुँचा है। जानकारी के मुताबिक बीते दिनों हुए बारिश के चलते ढीमरखेड़ा तहसील के 16 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए। इन गांवों में मकान पानी की डूब में आ गए। सैकड़ों की संख्या में कच्चे मकान जमीदोंज हो गए।ग्रामीणों की गृहस्थी बह गई। जिससे ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान हुआ है। बाढ़ आने से 16 गांव के करीब एक हजार परिवार के करीब पांच हजार लोग प्रभावित हुए। जिन्हें राहत शिविरों में ठहराया गया। मौसम खुलने के बाद राहत शिविर छोड़ ग्रामीण गांवों में पहुँचकर बची हुई गृहस्थी को जुटा रहे हैं। क्षति हुए मकानों की मरम्मत करने में जुट गए है। जिन लोगों के मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे लोग यहाँ वहाँ गुजारा कर रहे हैं। ढीमरखेड़ा एसडीएम विन्की सिंह मारे ने बताया कि पटवारियों की टीम सर्वे कार्य मे जुटी है। लगातार सर्वे कार्य किया जा रहा है। रिपोर्ट तैयार करने में समय लगता है। दो चार दिन में सभी का सर्वे कार्य पूर्ण ही जायेगा। जैसे ही सभी गांवों की रिपोर्ट मिलती हैं, प्रभावितों को राहत प्रदाय किये जाने की कार्रवाई की जाएगी। जिससे कि प्रभावितों को राहत मिल सके।राहत शिविरों से गाँव पहुँचे लोगों को राशन का वितरण किया गया। जिन लोगों मकान पूर्णतः गिर गए हैं, उन्हें गांव में रुकने और भोजन की व्यवस्था की गई है।
भोजन वितरण में लापरवाही:- राहत शिविरों में रुके बाढ़ प्रभावित लोग अब गांवों में पहुँच गए हैं। गांव के सरकारी भवनों में ऐसे लोगों के रुकने और खाने की व्यवस्था की गई है,जिनके मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लेकिन गांवों में भोजन वितरण में लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे में उन लोगों को भोजन नहीं मिल पाता है, जो वास्तव में पीड़ित हैं। इसका फायदा गांव के अन्य लोग उठा रहे हैं। घुघरी गांव की बात करे तो यहाँ के ग्रामीणों ने बताया कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को भोजन नहीं मिल पाता है। ममता बाई ने बताया कि पांच सदस्य घर में है। एक पैकेट भोजन मिला है। ऐसे ही लापरवाही अन्य गांवों में भी सामने आ रही है। रिपोर्टर सत्येंद्र बर्मन
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आपसी रंजिश के चलते दबंगो ने युवक को मारकर उतारा मौत के घाट,
अब तक टीवी से राजेश कुमार बिन्द कि रिपोर्ट मीरजापुर
आचार्य नरेंद्र देव वार्ड। 99 से जॉन 6। नगर निगम की लापरवाही से बड़ी बीमारी पैदा हो सकती है गंदगी का अंबार लगा हुआ है
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