थाना उघैती क्षेत्र की दलित महिला को नहीं मिला इंसाफ थाने के सामने आत्महत्या करने का किया दावा दलित महिला ने 



थाना उघैती क्षेत्र की दलित महिला को नहीं मिला इंसाफ थाने के सामने आत्महत्या करने का किया दावा दलित महिला ने 


आपको बता दें बदायूं के थाना उघैती क्षेत्र के एक ग्राम में दलित महिला जिसकी शादी अब से पूर्व 7 वर्ष पहले बिल्सी थाना क्षेत्र स्थित एक ग्राम में हुई थी लेकिन पति पत्नी मैं विवाद के चलते   महिला अपने मायके में रह रही थी जिस पर 6 वर्षीय पुत्री  है  महिला  का आरोप है महिला के ग्राम का रहने वाले जितेंद्र ठाकुर उर्फ जीतू सिंह  पुत्र संतोष सिंह ठाकुर जिसका लगभग होली के आसपास से मेरे मायके मैं उसने अपना  काफी आना-जाना बना लिया था एक रोज उसने मुझसे और मेरी मम्मी से कहा उझानी में मेरे जानने वाले का पलाट बिक रहा है
 जब कि पीड़ित महिला पर  6 वर्षीय पुत्री है पीड़ित के घर आकर प्रधान पुत्र कहने लगा आप लोग चाहो तो मैं प्लाट सस्ता दिला दूंगा जिससे आने वाले समय में काफी फायदा मिल जाएगा महिला और उसके घर वालों ने विश्वास कर लिया और जितेंद्र ठाकुर के झांसे में आ गए     प्लाट देखने के बाद बेनामे  को तैयार हो गए पैसा लेकर  बैनामा कराने के लिए बदायूं पहुंच गए

कमाल तो तब हुआ जब बैनामा जितेंद्र ठाकुर और जीतू के मामा  सकरी जंगल के रहने वाले है उसने   महिला एवं  जितेंद्र ठाकुर के नाम पर बैनामा करवा दीया महिला को पता नहीं चला   महिला का आरोप  है फिर महिला से कहा तुम्हारा बैनामा हो गया अब घर चलो फिर महिला को अपनी गाड़ी में बिठा लिया 

  महिला से  कहा बेनामे की खुशी में अपना मुंह मीठा करो मिठाई खाने के बाद महिला बेहोश हो गई और जब होश आया तो महिला किसी दूसरे के मकान में नग्नअवस्था में पड़ी थी होश आने पर महिला को पता चला कि बरेली संभव हॉस्पिटल वाली गली कौशल फौजी के मकान में थी महिला के साथ काफी शारीरिक शोषण किया और अश्लील वीडियो बनाकर डरा धमका कर महिला के द्वारा घर कहलवाया हम लोग  तीरथ यात्रा पर आए  हैं और काफी समय  तक शोषण किया बरेली से कानपुर तक  रखा एक दिन महिला ने अपने अश्लील वीडियो को देखा तब रोने बिलकने लगी तब कानपुर मंदिर ले जाकर शादी कर  ली फिर जितेंद्र ने अपने पिता संतोष ठाकुर मां रेखा देवी को शादी के बारे में बताया  तब जीतू के माता पिता कहने लगे तूने चमारन से शादी कर ली  अब उसको घर मत लाना हम उसके साथ तुझको गांव में घुसने नहीं देंगे

 तुझे पता नहीं हमारी और इसकी बराबरी क्या है हम लोग ठाकुर यह लोग चमार हम बड़े लोग है ऐसा तो होता रहता है तू टेंशन मत ले फिर  महिला ने अपने कानों से सुना जितेंद्र ने महिला के ससुराल वालों से कहा मैंने तुम्हारा काम कर दिया है तुम लोग बाकी के पैसों की व्यवस्था करो जब इस बात को अपने कानों से सुना तो  अपने घर आने के लिए विनती करने लगी और रोना शुरू कर दिया  महिला ने कहा मुझको मेरे घर पहुंचा दो

इसने लाकर मुझको गांव छोड़ दिया और मैं घर आ गई महिला इसके बाद रिपोर्ट लिखाने थाने  उघैती गई लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई महिला का आरोप  है और भी आला अधिकारियों के यहां पहुंची  लेकिन  आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई अब जितेंद्र ठाकुर अश्लील वीडियो ग्राम वासियों व रिश्तेदारों  एवं ससुराल वालों को दिखा रहा है जो इसने नशीला पदार्थ खिलाकर बनाए थे और महिला के साथ व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक पोस्ट भी की है जिसका महिला पास जीता जागता सुबूत है

 महिला और  पुत्री को जान से मारने की धमकी दे रहा है महिला का कहना है अगर  इंसाफ नहीं मिला तो  अपनी पुत्री सहित थाने के गेट पर आत्महत्या कर लूंगी जिसके जिम्मेदार थाना इंचार्ज और हल्का इंचार्ज जितेंद्र व उसके घर वाले होंगे इसलिए बरेली आई हूं महोदाय जी आदेश कर मेरी रिपोर्ट दर्ज करवा कर मुझे इंसाफ दिलाएं

 ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए थाना प्रभारी ब हलका इंचार्ज यह कहकर डाल रहे हैं पति पत्नी का  मैटर है   इन जिम्मेदार अधिकारियों से कोई पूछे इसी रिश्ते को पति पत्नी का रिश्ता कहा जाता है  प्रधानमंत्री का कहना है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ क्या इस  तरह भारत की बेटियां सुरक्षित रह पाएंगी    इस गरीब पीड़ित परिवार को  न्याय मिल पाएगा

नोट महिला का आरोप  है मुझे जितेंद्र ब उसके  घर वालों से अपनी और अपनी पुत्री की तरफ से जान माल का खतरा है

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Related Tags:

 

Leave a Comment:

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।