रिपोर्ट क्रांति मिश्र/


 

बहराइच के तहसील नानपारा क्षेत्र की है जहां पर ग्राम पंचायत ककरी निवासी राम मूरत पुत्र कन्हैया ने तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचकर लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है जिसमें अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र भी संलग्न किया है  उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याण योजनाओं के तहत जो सर्वे करने वाले अधिकारी मौके का सर्वे करते हैं उनकी ये पीड़ित व्यक्ति ने सर्वे की पोल खोलकर रख दिया है क्योंकि जीवित व्यक्ति को अधिकारियों ने मृत्यु घोषित कर दिया है और  अब उसका पेंशन बंद हो गया है पीड़ित व्यक्ति को 2023 से पेंशन नहीं मिला तो पीड़ित ने बहराइच पहुंचकर समाज कल्याण विभाग से जानकारी ली उसे यह जानकारी मिली कि आप कागज पर मृतक हो गए हो इसलिए आपको पेंशन नहीं मिल रहा है यह सुनने के बाद पीड़ित अधिकारियों के चक्कर काटना शुरू कर दिया है इसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई कल जिला अधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न होने वाले तहसील संपूर्ण समाधान दिवस नानपारा में भी युवक पहुंचा हालांकि किसी कारण बस जिला अधिकारी तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में नहीं पहुंच पाए और तभी युवक ने उप जिलाधिकारी नानपारा को शिकायती पत्र दिया और, कहा साहब हम अभी जिंदा है, साहब हम अभी जिंदा है हमको आपके अधिकारी ने मृत्यु घोषित कर दिया है मुझे अब पेंशन नहीं मिल रहा है मुझे पेंशन दिलाया जाए 
लेकिन खास बात तो यह है कि आखिर जीवित व्यक्ति कैसे मृत हुआ अब यह क्षेत्र में एक चर्चा का विषय बना हुआ है और अधिकारियों के मौके का सर्वे की पोल खोलकर रख दिया है लेकिन अभी तक ऐसे अधिकारियों को ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है और पीड़ित पेंशन पाने के लिए दर-दर भटक रहा है आखिर कब तक इस तरीके से अधिकारियों की मनमानी चलती रहेगी क्योंकि जीवित को मृत कैसे घोषित किया गया। यह मामला अधिकारी के मौके से सर्वे की पोल खोलता नजर आ रहा है आंखें किस अधिकारी की रिपोर्ट पर समाज कल्याण विभाग दिखाया है?

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Related Tags:

 

Leave a Comment:

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।