आज गणपति स्थापना के सिर्फ 2 मुहूर्त:गजकेसरी सहित 4 शुभ योग में विराजेंगे गणेश, आसान स्टेप्स में स्थापना और पूजन विधि
आज गणपति स्थापना के सिर्फ 2 मुहूर्त:गजकेसरी सहित 4 शुभ योग में विराजेंगे गणेश, आसान स्टेप्स में स्थापना और पूजन विधि
कहीं एपेंडिक्स तो नहीं; पहचानें लक्षण
स्कूल जाने से बचने के लिए बच्चों के कई बहाने होते हैं। सबसे ज्यादा बहाने पेट दर्द के होते हैं। पेरेंट्स अक्सर इसे हल्के में लेते हैं।
लेकिन बच्चों में पेट दर्द को लेकर थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है क्योंकि ये अपेंडिसाइटिस के लक्षण हो सकते हैं।
अपेंडिसाइटिस यानी एपेंडिक्स की बीमारी।
हमारी आंतों से जुड़ी एक छोटी सी थैली जो पेट के निचले हिस्से में दाहिने ओर होती है।
जब एपेंडिक्स ब्लॉक हो जाए तो इसके अंदर बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं। यानी ब्लॉकेज की वजह से आंतों से इसका कनेक्शन टूट जाता है। यहां तक कि इस अंग में ब्लड सप्लाई भी रुक जाती है।
एपेंडिक्स में मवाद बन जाता है, सूजन होने के कारण इसका साइज बढ़ जाता है। एपेंडिक्स की इस स्थिति को ही एपेंडिसाइटिस कहते हैं।
अगर समय पर इलाज नहीं किया जाए तो एपेंडिक्स फट सकता है। इससे एपेंडिक्स में जमा बैक्टीरिया पूरे पेट में फैल जाएंगे और यह जानलेवा बन सकता है।
नाभि के चारों ओर दर्द होता है
सीताराम भरतिया इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड रिसर्च, दिल्ली के पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. डीके मित्रा बताते हैं कि अपेंडिसाइटिस नवजात से लेकर 80 साल के उम्र के व्यक्ति को भी हो सकता है।
अपेंडिसाइटिस होने पर बच्चों में नाभि के चारों ओर दर्द होता है।
दर्द बढ़ने के साथ उल्टी भी होने लगती है। अपेंडिसाइटिस है या नहीं, यह कंफर्म करने के लिए बच्चे को बेड पर पीठ के बल लेटा दें। पेट पर अपने हाथों से दबाएं और बच्चे के चेहरे को देखें।
पेट को दबाने पर जब बच्चा कराहता है तो यह अपेंडिसाइटिस के लक्षण हो सकते हैं।
पेनकिलर न दें, डॉक्टर को दिखाएं
बच्चा पेट दर्द की शिकायत करता है तो भूलकर भी कोई पेनकिलर न दें। किसी तरह का देसी इलाज भी न करें।
डॉ. मित्रा बताते हैं कि बच्चे को पेट दर्द होता है तो कुछ देर इंतजार करें। हो सकता है कि पेट में गैस बनने या कुछ और वजह से दर्द हो। 2-3 घंटे बाद भी अगर पेट दर्द ठीक न हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
डॉक्टर कई तरह की जांच के बाद बता सकते हैं कि अपेंडिसाइटिस के कारण दर्द है या इसकी वजह कुछ और है।
अपेंडिसाइटिस फट जाए तो क्या होगा
कई बार पेरेंट्स बच्चों के पेट दर्द को पहचान नहीं पाते। अगर आपने बच्चे को पेनकिलर खिला दी तो अपेंडिसाइटिस के लक्षण छुप जाएंगे।
ऐसे में एपेंडिक्स में इन्फेक्शन बढ़ता जाएगा। अगर समय रहते इलाज न कराया जाए तो एपेंडिक्स फट भी सकता है।
डॉ. मित्रा बताते हैं कि एपेंडिक्स फटने पर कई तरह के कॉम्प्लिकेशंस हो सकते हैं। पूरे एब्डोमन में इंफेक्शन फैल सकता है।
अपेंडिसाइटिस होने पर क्या इसे निकालना ही विकल्प है?
बच्चों को अपेंडिसाइटिस होने पर एपेंडिक्स को निकालना ही एकमात्र विकल्प है। इस सर्जरी को एपेंडेक्टॉमी कहती हैं।
डॉ. मित्रा के अनुसार, एपेंडिक्स की सर्जरी कराने पर 3 दिनों में मरीज की अस्पताल से छुट्टी हो जाती है। लेकिन यदि एपेंडिक्स फट जाए तो तो मरीज को रिकवर होने पर 5 से 7 दिन लग जाते हैं।
डॉक्टर न केवल लक्षणों के आधार पर बल्कि अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन से भी पता करते हैं कि बच्चे को अपेंडिसाइटिस बीमारी है या नहीं।
बच्चों में अपेंडिसाइटिस से जुड़े हैं कई मिथ
पेट में गैस बन रहा, स्टूल कड़ा आ रहा: बच्चे को ये शिकायतें हैं तो घबराएं नहीं। स्टूल कड़ा आ रहा तो बच्चे को पानी अधिक पिलाएं। साथ ही फाइबर वाला खाना दें।
कई बार ये बताया जाता है कि स्टूल कड़ा होने की वजह से एपेंडिक्स ब्लॉक हो जाता है। डॉ. मित्रा बताते हैं कि स्टूल कड़ा होना एपेंडिक्स के लक्षण नहीं हैं।
बच्चे को भूख नहीं लग रही: ऐसी शिकायत होने के कई कारण हो सकते हैं। पेट में कृमि पड़ने से बच्चों को भूख नहीं लगती। दांत आने पर भी बच्चों को भूख नहीं लगती। खून की कमी, स्ट्रेस या किसी बीमारी की वजह से भी बच्चे ठीक से नहीं खाते। एपेंडिसाइटिस के ये लक्षण नहीं होते।
बच्चा नाखून चबाता है: एक रिसर्च में यह बताया गया है कि नाखून चबाने वाले बच्चों में अपेंडिसाइटिस हो सकता है।
डॉ. मित्रा बताते हैं कि बच्चे के नाखून चबाने का अपेंडिसाइटिस से कोई संबंध नहीं है।
यूटीआई से इन्फेक्शन: यह भी मिथ है कि यूटीआई की वजह से एपेंडिक्स में इन्फेक्शन होता है।
नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।
आज गणपति स्थापना के सिर्फ 2 मुहूर्त:गजकेसरी सहित 4 शुभ योग में विराजेंगे गणेश, आसान स्टेप्स में स्थापना और पूजन विधि
स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र:जिंदगी में कब कठिनाइयां और समस्याएं बढ़ने लगती हैं?
मंत्री प्रह्लाद पटेल बोले- महिला आरक्षण बिल कैबिनेट में मंजूर:कुछ देर बाद पोस्ट डिलीट की; कांग्रेस बोली- बिल को हमारा समर्थन
Leave a Comment: