आज लखनऊ के उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान में डॉo शुभेन्दु शेखर शुक्ल की नई पुस्तक “सोशल मीडिया एंड वेब एनालिटिक्स” का भव्य विमोचन समारोह संपन्न हुआ।


लखनऊ, 01 सितंबर साहित्य प्रेमियों के लिए एक विशेष दिन के रूप में, आज लखनऊ के उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान में डॉo शुभेन्दु शेखर शुक्ल की नई पुस्तक “सोशल मीडिया एंड वेब एनालिटिक्स” का भव्य विमोचन समारोह संपन्न हुआ। इस मौके पर साहित्य जगत के कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने शिरकत की और कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।

कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार अग्रवाल (प्रोफेसर, लखनऊ यूनिवर्सिटी), विशिष्ट अतिथि डॉo कीर्ति विक्रम सिंह जी (सहायक क्षेत्रीय निदेशक इग्नू, लखनऊ), डॉo नीरज शुक्ला (प्रॉक्टर ख्वाजा मोउनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय) एवं श्री पियूष सिंह चौहान वाईस चेयरमैन एस आर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स लखनऊ) ने पुस्तक का विमोचन किया और अपने संबोधन में कहा, "यह पुस्तक न केवल छात्रों की पढ़ाई के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज के लिए भी अत्यंत प्रेरणादायक है। लेखक ने गहन अध्ययन और अनुभव के आधार पर इसे लिखा है, जो पाठकों को नई दिशा दिखाएगा।"
कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार अग्रवाल ने पुस्तक कि समीक्षा करते हुए कहा कि कहा कि आज के युवा पीढ़ी पर सोशल मीडिया का गहरा असर है और समाज का हर तबका सोशल मीडिया पर सक्रीय है इसलिए ये पुस्तक सोशल मीडिया को और बेहतर से समझने में पाठको कि सहायता करेगी।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉo नीरज शुक्ल ने अपने सम्बोधन में सोशल मीडिया की प्रासंगिता पर चर्चा की और कहा कि आज के समय हम संभवतः सोशल मीडिया के बिना समाज कि कल्पना नहीं कर सकते। यही पहलु इस पुस्तक को खास बनाती है।

डॉo कीर्ति विक्रम सिंह ने लेखक की प्रशंसा करते हुए कहा की लेखक ने आज के समय की सबसे आधुनिक विषय को पुस्तक के रूप में लाकर छात्रों के हित में एक बहुमूल्य योगदान दिया है।

और श्री पियूष सिंह चौहान ने भी अपने सम्बोधन में पुस्तक की समीक्षा में सोशल मीडिया की प्रासंगिता, उसका आज के समय व्यापर में महत्व और भविष्य की सम्भावनाओ पर प्रकाश डाला।

लेखक डॉo शुभेन्दु शेखर शुक्ल ने अपनी पुस्तक की लेखन प्रक्रिया और इसके पीछे की प्रेरणा के बारे में चर्चा करते हुए कहा, "यह पुस्तक सोशल मीडिया के प्रति मेरे विचारों और अनुभवों एवं डॉ एपीजे अब्दुल कलम तकनीकी विश्विद्यालय लखनऊ के एमबीए के सिलेबस के का निचोड़ है, जिसे मैंने अपने पाठकों के साथ साझा करने की कोशिश की है। लेखक ने एनालिटिक्स का महत्त्व और उसकी आवश्यकताओं के बारे में भी अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह पुस्तक सभी वर्ग के छात्रों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।"

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित दर्शकों ने लेखक से संवाद किया और पुस्तक के विषय में अपने प्रश्नों और विचारों को साझा किया। कार्यक्रम का माहौल अत्यंत प्रेरणादायक और सजीव रहा।

इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों और साहित्य प्रेमियों ने लेखक को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन कुंवर अभिषेक प्रताप के द्वारा और सभी उपस्थित लोगों के लिए जलपान के साथ हुआ।

कार्यक्रम में आये सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत श्रीमती रुचिता चौहान ने छात्रों के साथ चंदन टीका लगाकर किया एवं मंच का सफल संचालन डॉ स्वाति तिवारी के द्वारा किया गया  | यह समारोह शैक्षिक दृष्टिकोण से अत्यंत सफल रहा, और यह पुस्तक विमोचन लखनऊ के शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में याद किया जाएगा। पुस्तक विमोचन में शिक्षा जगत के विभिन्न संस्थानों के 150 से अधिक शिक्षक, निदेशक लेखक का उत्साहवर्धन करने के लिए उपस्थित हुए।

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Related Tags:

 

Leave a Comment:

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।