आदरणीय प्रधानाध्यापक, शिक्षकगण और मेरे प्यारे सहपाठियों, आज हम भारत देश का 77वां (सतहत्तरवां) स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। यह शुभ अवसर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के लिए हमारे दिलों को गर्व और कृतज्ञता से भर देता है जिन्होंने हमारी आजादी के लिए निःस्वार्थ अंग्र


आदरणीय प्रधानाध्यापक, शिक्षकगण और मेरे प्यारे सहपाठियों, आज हम भारत देश का 77वां (सतहत्तरवां) स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। यह शुभ अवसर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के लिए हमारे दिलों को गर्व और कृतज्ञता से भर देता है जिन्होंने हमारी आजादी के लिए निःस्वार्थ अंग्रेज़ों से लड़ाई लड़ी।

15 अगस्त 1947 को भारत एक स्वतंत्र देश के रूप में स्थापित हुआ, लेकिन हमारे पूर्वजों ने हमें यह आज़ाद हवा और आसमान देने के लिए सदियों तक संघर्ष किया। अंग्रेजों ने हमारे देश पर 200 वर्षों तक शासन किया। हालाँकि वे व्यापार और वाणिज्य के लिए भारत आए थे लेकिन ”फूट डालो और शासन करो” नीति अपना कर उन्होंने हमारे देश को लूटा और देशवासियों  का शोषण कर उन्हें प्रताड़ित किया.15 अगस्त, 2023 ब्रिटिश शासन से हमारे देश की स्वतंत्रता की 76वीं वर्षगांठ है।

यह सिर्फ हर्ष और उल्लास का दिन नहीं है। हमारे साहसी और निस्वार्थ स्वतंत्रता सेनानियों ने हमारी आजादी को वापस पाने के लिए साल-दर-साल, पीढ़ी-दर-पीढ़ी संघर्ष किया। आज का दिन उन सभी निडर लड़ाकों को यादकर उनकी बहादुरी को नमन करने का भी दिन है जिन्होंने भारत के स्वतंत्र भविष्य के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। स्वतंत्रता दिवस एक राष्ट्र के रूप में भारतवासियों के एकता व द्रीढता का प्रतीक है जो हमें एक साथ बांधती है। 

जय हिन्द! जय भारत!

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