एनसीपी अध्यक्ष ने आगे कहा सौभाग्य से, जब मैंने अपने दो सहयोगियों से इसमें मदद करने का अनुरोध किया तो उन्होंने तुरंत अपना समर्थन दिया। पहली सिफोटेक जो देश में निर्माण क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण कंपनी है।


राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने  उद्योगपति गौतम अडानी को धन्यवाद दिया। उन्होंने शनिवार को पुणे जिले के बारामती में एक नए प्रौद्योगिकी केंद्र के निर्माण के लिए अडानी से वित्तीय मदद के लिए अडानी की प्रशंसा की ।

 

शरद पवार बारामती में विद्या प्रतिष्ठान के इंजीनियरिंग विभाग में रोबोटिक लैब के उद्घाटन के दौरान सभा को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में फिनोलेक्स जे पावर सिस्टम्स लिमिटेड के चेयरमैन दीपक छाबरिया भी मौजूद थे। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि टेक्नोलॉजी के कारण इंजीनियरिंग क्षेत्र तेजी से बदल रहा है, विद्या प्रतिष्ठान संस्थान ने एक नया प्रोजेक्ट हाथ में लिया है।

पवार ने कहा कि वह एक ऐसा समूह (वर्ग) बनाना बहुत जरूरी है जो आगे बढ़ने के लिए इन बदलावों को स्वीकार करने के लिए तैयार हो। उन्होंने आगे कहा, 'हम भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पहला केंद्र बना रहे हैं और निर्माण कार्य चल रहा है। इस प्रोजेक्ट पर पच्चीस करोड़ रुपये की लागत आने वाली है। पच्चीस करोड़ रुपये की व्यवस्था करने के बाद हम इस काम में कूद पड़े हैं'। 


मदद के लिए दिया धन्यवाद
एनसीपी अध्यक्ष ने आगे कहा 'सौभाग्य से, जब मैंने अपने दो सहयोगियों से इसमें मदद करने का अनुरोध किया तो उन्होंने तुरंत अपना समर्थन दिया। पहली सिफोटेक जो देश में निर्माण क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण कंपनी है। उन्होंने इस प्रोजेक्ट में 10 करोड़ रुपये की मदद करने का फैसला किया है, मैं उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं।' इस मौके पर गौतम अडानी का नाम लेना होगा, उन्होंने 25 करोड़ रुपये का चेक संस्था को भेजा है, इन दोनों की मदद से हम आज इस जगह पर ये दोनों प्रोजेक्ट स्थापित कर रहे हैं और काम भी शुरू हो गया है।

बारामती में लगेगी पांच से छह दिन की कृषि प्रदर्शनी
एनसीपी सुप्रीमो ने यह भी बताया कि 17 से 22 जनवरी तक हम कृषि विकास प्रतिष्ठान के सहयोग से बारामती में एक कृषि प्रदर्शनी लगा रहे हैं और इसमें लाखों किसान हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा, 'आज के हाई-टेक उत्पाद मशीनों, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक और कंप्यूटर शाखाओं का एक साथ उपयोग करके उद्योग-संचालित जनशक्ति का निर्माण करते हुए बाजार में आते हैं। यदि इस बढ़ती मांग को पूरा करना है, तो नई तकनीक वाले कुशल इंजीनियरों की  देश और विदेश दोनों में भारी आवश्यकता है'।

पवार ने बताया कि उन्होंने हर चुनौती और अवसरों को ध्यान में रखते हुए, विद्या प्रतिष्ठान ने बारामती में लगभग चार हजार वर्ग फीट में ग्रामीण क्षेत्र की पहली स्मार्ट फैक्ट्री बनाने का निर्णय लिया है, जिसके लिए काम भी शुरू कर दिया गया है।

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