कृषि विज्ञान केन्द्र, कटिया द्वारा अनुसूचित जाति उप योजनांतर्गत भाकृअनुप (राष्ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्यूरो), बेंगलुरु द्वारा प्रायोजित आदान वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।


कृषि विज्ञान केन्द्र, कटिया द्वारा अनुसूचित जाति उप योजनांतर्गत भाकृअनुप (राष्ट्रीय कृषि कीट संसाधन ब्यूरो), बेंगलुरु द्वारा प्रायोजित आदान वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति के किसानों को उन्नत कृषि संबंधी संसाधनों का वितरण कर उनकी कृषि उत्पादन क्षमता में वृद्धि करना है।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कुल 100 किसान लाभान्वित हुए, जिनमें से 34 महिला कृषक थीं। यह पहल महिला सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहित करती है, जिससे महिलाओं की भागीदारी कृषि क्षेत्र में और बढ़ सके।

कार्यक्रम के दौरान किसानों को कई प्रकार के उपयोगी कृषि आदान वितरित किए गए, जिनमें सोलर लाइट ट्रैप, फ्रूट फ्लाई ट्रैप, बीज संरक्षण बैग, और जैविक खाद शामिल थे। इन उपकरणों और संसाधनों का उद्देश्य किसानों की फसल सुरक्षा और उत्पादन में सुधार करना है।

कृषि विज्ञान केंद्र के मृदा वैज्ञानिक श्री सचिन प्रताप तोमर और गृह वैज्ञानिक डॉ. रीमा ने किसानों को वितरित किए गए सभी आदानों की उपयोगविधि विस्तार से समझाई। उन्होंने बताया कि सोलर लाइट ट्रैप और फ्रूट फ्लाई ट्रैप का उपयोग कीट नियंत्रण में कैसे किया जा सकता है, बीज रक्षण बैग के उपयोग से बीजों को सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है, और जैविक खाद के उपयोग से फसलों की उर्वरता कैसे बढ़ाई जा सकती है।

केंद्र के अन्य वैज्ञानिक डॉ. आनंद सिंह, डॉ. शिशिर कांत सिंह और शैलेन्द्र सिंह ने किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों और संसाधनों के महत्व पर जानकारी दी और उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे इन संसाधनों का अधिकतम लाभ उठाकर अपनी फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन को बढ़ा सकें।

यह कार्यक्रम किसानों के बीच नई तकनीकों और उन्नत संसाधनों के उपयोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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