औंछा  पर तैनात रहे नरेंद्र आचार्य  का सम्मान के साथ किया गया विदाई समारोह


जनपद मैनपुरी 


औंछा  पर तैनात रहे नरेंद्र आचार्य  का सम्मान के साथ किया गया विदाई समारोह


औंछा थाना क्षेत्र के कस्बा औंछा डाक घर  पर तैनात रहे   नरेंद्र आचार्य पोस्टमैन के पद रिटायर्ड  होने पर   नरेंद्र आचार्य की एक अनोखे अंदाज में विदाई समारोह हुआ है जिसमे  विदाई समारोह पर क्षेत्रीय लोगों ने फूलों की माला पहनाकर व  शॉल उड़ा कर सम्मान के साथ बैंड ढोल मजीरा बजा कर विदाई दी गई औंछा में भी विदाई समारोह का  कार्यक्रम रखा गया। औंछा पोस्ट मास्टर हाकिम सिंह वा देवेंद्र सिंह ASP मैंनपुरी  ने   नरेंद्र आचार्य  को बधाई देकर शुभकामनाएं दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।       
    नरेंद्र आचार्य  बहुत ही ईमानदार और सामाजिक व्यक्ति  है क्योंकि उनकी भाषा और निष्ठा देश के लिए अर्पण  करती है ऐसे वीर सिपाही हमारे देश के लिए गौरव के पात्र है। नरेंद्र आचार्य    पुत्र श्री शिव शिव दर्शन लाल औंछा के निवासी है  कई वर्षों से औंछा  पर तैनात थे उन्होंने बहुत ही ईमानदार से डयूटी की  आपको बता दें   नरेंद्र आचार्य   ने ड्यूटी के बाद समय निकालकर समाज की सेवा भी  बहुत ही लगन से की  है औंछा  से विदाई दी गई । जो  देश के प्रति और समाज के प्रति अपने पर खरे उतरते हुए हैं उनका हर जगह ऐसा ही सम्मान होता है क्योंकि जो व्यक्ति समान के लायक होता है उसे ही सम्मान दिया जाता है कहा गया है कि अच्छे लोगों की कद्र आ जाए होती चाहे वह कहीं भी देश के कोने में हो विदाई समारोह के वक्त मौजूद है 
श्री देवेंद्र सिंह ASP मैनपुरी हाकिम सिंह पोस्टमास्टर औंछा ब एडवोकेट देशराज डॉक्टर सौरव मिश्रा ब  ग्राम प्रधान किशन लाल जाटव व बृजेश कुमार ब SPM बरनाहल ब SPM ज्यूँति ब जिले के आदि लोगों ने फूल माला व शॉल उड़ाकर सम्मान के साथ विदाई दी।

नवीनतम न्यूज़ अपडेट्स के लिए Facebook, Instagram Twitter पर हमें फॉलो करें और लेटेस्ट वीडियोज के लिए हमारे YouTube चैनल को भी सब्सक्राइब करें।

Related Tags:

 

Leave a Comment:

महत्वपूर्ण सूचना -

भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।